मनीला(ईएमएस)। फिलीपींस में मंगलवार-बुधवार की रात आए में जमकर तबाही मचाई। हादसे में 60 लोगों की मौत हो गई और कई लोग लापता हुए हैं। इसलिए करने वालों की संख्या बढ़ सकती है। 6.9 की तीव्रता वाले इस भूकंप से जैसे ही झटके लगे कई लोगों ने भागकर अपनी जान बचा ली, जबकि कुछ लोग चपेट में आ गए और उनकी जान चली गई। इस हादसे में 100 लोग घायल हुए हैं। और कई लोग अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है। बता दें कि फिलीपींस प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर पर स्थित है, जो दुनिया का सबसे ज्यादा भूकंप-प्रवण क्षेत्र है। यहां टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल के कारण अक्सर भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते रहते हैं। साल 2013 में बोहोल प्रांत में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और हजारों इमारतें क्षतिग्रस्त हुई थीं। भूकंप के जबरदस्त झटकों से राजधानी मनीला से लेकर मध्य फिलीपींस के कई हिस्सों में इमारतें हिलने लगीं। लोग अपने घरों, दफ्तरों से भागकर सड़कों पर निकल आए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक झटके इतने तेज थे कि जमीन से जोरदार आवाजें सुनाई दीं और कई पुरानी इमारतें पलभर में ध्वस्त हो गईं। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कई इलाकों में इमारतें पूरी तरह जमींदोज हो गईं। इनमें से अधिकतर पुराने ढांचे थे, जिनकी स्थिति पहले से कमजोर थी। राहतकर्मियों ने बताया कि कई लोग अब भी मलबे में दबे हैं और उन्हें निकालने का प्रयास जारी है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जहां चिकित्सा टीमें आपात स्थिति में काम कर रही हैं। कई अस्पतालों में भीड़ इतनी बढ़ गई है कि अतिरिक्त बेड लगाए जा रहे हैं।सरकार ने तुरंत राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है। सेना और पुलिस की टीमों के साथ-साथ स्वयंसेवक भी प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद कर रहे हैं। भूकंप के चलते कई इलाकों में बिजली और मोबाइल नेटवर्क ठप हो गया है, जिससे राहत कार्यों में कठिनाई हो रही है। वीरेंद्र/ईएमएस/01अक्टूबर2025