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15-Oct-2025
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सुकमा(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ के लाल आतंक को जड़ से मिटाने की दिशा में सुरक्षाबलों की प्रभावी कार्रवाई रंग ला रही है। सोनू दादा समेत कुल 60 नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद नक्सली संगठन को एक और भारी झटका लगा है। बुधवार को सुकमा जिले में 27 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया, जिन पर कुल 50 लाख रुपये के इनाम घोषित थे। इनमें दो हार्डकोर नक्सली भी शामिल हैं। छत्तीसगढ़ शासन की “नक्सलवादी आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति” और “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रेरित होकर इन नक्सलियों ने मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। आत्मसमर्पित माओवादियों में एक सीवायसीएम सदस्य, 15 पार्टी सदस्य और 11 अग्र संगठन के सदस्य शामिल हैं। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में शामिल हैं: 10 महिलाएं,सबसे बड़े इनामी नक्सली ओयाम लखमू (10 लाख),तीन नक्सली जिन पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था,कई अन्य जिन पर 1-3 लाख रुपये तक का इनाम घोषित था इन सभी नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 50,000-50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई है। सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई और शासन की प्रेरक नीतियों के चलते यह सरेंडर नक्सलियों के लिए मुख्यधारा में लौटने का एक ऐतिहासिक अवसर बन गया है। यह घटना छत्तीसगढ़ में नक्सली आंदोलन को गंभीर झटका देने के साथ ही प्रदेश की शांति और विकास की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।