पटना, (ईएमएस)। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दल इंडिया अलायंस (महागठबंधन) में दरार के संकेत मिल रहे हैं। महागठबंधन की शुरुआत जहां से हुई थी, वहीं से यह गठबंधन बिखरता नजर आ रहा है। विपक्ष की पहली बैठक 23 जून 2023 को नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार के पटना में हुई थी। मगर 2 साल से भी कम समय में नीतीश कुमार एनडीए में वापस आ गए और बिहार में भाजपा के खिलाफ जो एकता बनी थी, वह भी टूट की कगार पर है। इंडिया अलायंस ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 234 सीटें जीतकर अपनी ताकत दिखाई थी। उसके बाद हुए महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली जैसे चुनावों में विपक्षी गठबंधन को मजबूती मिली। मगर इसके बाद गठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा, इस पर तृणमूल के साथ टकराव हो या दिल्ली चुनाव में आप के साथ विफल बातचीत, अब सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कांग्रेस एवं राजद के बीच विवाद गहरा गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या महागठबंधन का सफर यहीं खत्म हो जाएगा। * सीटों के बंटवारे को लेकर रस्साकशी बिहार में राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर खूब रस्साकशी हुई है। सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय नहीं होने से महागठबंधन में कई सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे गए हैं। वैशाली, लालगंज, कहलगांव, बिहारशरीफ जैसी जगहों पर राजद और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि बछवाड़ा, रोसड़ा में भाकपा कांग्रेस के साथ ताल ठोक रही है। इस बीच, राजद नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस ने अभी तक इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है। इसलिए कांग्रेस और राजद के बीच विवाद चल रहा है। चूँकि बिहार में कांग्रेस के कुछ नेता निजी तौर पर तेजस्वी यादव को पसंद करते हैं, लेकिन पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व इस पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। अगर राजद का प्रस्ताव मान लिया जाता है, तो इसका असर उन मतदाताओं पर पड़ेगा जो अभी भी लालू प्रसाद यादव के जंगल राज से डरे हुए हैं। बहरहाल जिस प्रकार से सीट बंटवारे को लेकर लालू परिवार ने अपनी मॉनोपोली दिखाई है और कई सीटों पर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के लिए अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं इससे कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व राजद खासकर लालू परिवार से नाराज बताया जा रहा है। यही वजह है कि राहुल गाँधी ने विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी चुप्पी साध रखी है। संतोष झा- २१ अक्टूबर/२०२५/ईएमएस