खेल
22-Oct-2025
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पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों को लाभ मिलना चाहिए। नई दिल्ली (ईएमएस)। पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने वर्षा प्रभावित मैचों में परिणाम तय करने के लिए लागू की गयी डववर्थ लुइस प्रणाली मे बदलाव की मांग की है। इस प्रणाली पर पहले भी कई बार सवाल उठे हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले एकदिवसीय में भारतीय टीम की हार के बाद एक बार फिर ये प्रणाली निशाने पर आयी है। आकाश चोपड़ा का कहना है कि इससे भारतीय टीम को नुकसान हुआ हैं। पर्थ एकदिवसीय में मैच में भारत की पारी में चार बार मैच रुका पर ऑस्ट्रेलिया की पारी लगातार चली। इसमें 50-50 ओवर के मैच को पहले 35-35 ओवर का किया गया। फिर इसे घटाकर 32-32 ओवर का किया गया और आखिर में मैच 26-26 ओवर का हुआ। इसमें भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट पर 136 रन बनाए, वहीं ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 131 रनों का लक्ष्य ही मिला। इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, भारत ने 136 रन बनाए थे पर लक्ष्य 131 रह गया। उन्होंने इसे गलत बताया। आकाश ने कहा, सबसे पहले, जब मैच शुरू हुआ, तो भारत के लिए यह 50 ओवर का मैच था पर धीरे-धीरे ओवर कम होते गये। जिससे भारतीय टीम को अपनी रणनीति बार-बार बदलनी पड़ी। इस प्रणाली में जिस टीम के पास कम विकेट होते हैं वह कमजोर हालात में आ जाती है। में होता यह है कि अगर आपके पास कम विकेट हैं, तो आप कमज़ोर स्थिति में आ जाते हैं चोपड़ा ने कहा कि इस प्रणाली में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों को लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, इस मैच भारतीय टीम के बनाये 136 रनों के जवाब में लक्ष्य 145 या 147 होना चाहिए था। । मेरा मानना है कि डीएलएस प्रणाली में कुछ बदलाव करने की जरूरत है, क्योंकि यह सिस्टम पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम के खिलाफ जाता है। चोपड़ा के अनुसार ऑस्ट्रेलिया को हालातों का पता था। इसलिए उन्होंने इसका लाभ उठाया। उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया की ओर से तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने सात ओवर और मिचेल स्टार्क ने छह ओवर फेंके। वहीं भारतीय टीम की ओर से केवल एक ही गेंदबाज को छह ओवर फेंकने की अनुमति मिली थी। मेजबानों को यह भी पता है कि प्रत्येक भारतीय गेंदबाज कितने ओवर फेंकेगा। इसलिए उसके लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान हो गया था। गिरजा/ईएमएस 22 अक्टूबर 2025