मुंबई, (ईएमएस)। वर्तमान में सोशल मीडिया का युग है। सोशल मीडिया के कारण दुनिया आगे बढ़ गई है। दुनिया भर की कोई भी जानकारी मोबाइल के एक क्लिक से प्राप्त की जा सकती है। साथ ही, लोगों का रुझान डिजिटल ऑनलाइन मोबाइल के माध्यम से बैंकिंग लेनदेन करने की ओर बढ़ा है। जिस प्रकार सोशल मीडिया और डिजिटल के अपने फायदे हैं, उसी प्रकार इस माध्यम के नुकसान भी है। साइबर अपराध बड़े पैमाने पर बढ़ रहे हैं। इसलिए, साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न उपाय लागू किए जा रहे हैं। अब, महाराष्ट्र में रेलवे स्टेशनों पर एलईडी-एलसीडी स्क्रीन के माध्यम से साइबर अपराध के प्रति जागरूकता पैदा की गई है। इसके लिए, राज्य सरकार ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को 2 करोड़ 60 लाख 56 हजार 102 रुपये की धनराशि दी है। इस संबंध में एक सरकारी निर्णय जारी किया गया है। बताया गयाहै कि राज्य में बढ़ते साइबर अपराध के प्रति जन जागरूकता पैदा करने के लिए, सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय द्वारा राज्य के रेलवे स्टेशनों पर एलईडी और एलसीडी स्क्रीन के माध्यम से जन जागरूकता पैदा करने की योजना तैयार की गई थी। इस जागरूकता योजना को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा अनुमोदित किया गया है। इस बीच, एलईडी और एलसीडी स्क्रीन का काम मुंबई की एक कंपनी को दिया गया था। इस कंपनी ने 03 जुलाई 2025 से 2 अगस्त 2025 तक 30 दिनों की अवधि के लिए राज्य के रेलवे स्टेशनों से महारेल (एलईडी/एलसीडी) स्क्रीन के माध्यम से साइबर अपराधों के बारे में प्रभावी रूप से जागरूकता पैदा की है। इसलिए, सरकार ने उक्त कंपनी को कुल 2 करोड़ 60 लाख 56 हजार 102 रुपये का भुगतान करने के लिए धनराशि स्वीकृत की है। इस संबंध में एक सरकारी निर्णय जारी किया गया है। दूसरी ओर, मुंबई की कंपनी, जिसे साइबर अपराधों के बारे में प्रभावी रूप से जागरूकता पैदा करने के लिए यह काम दिया गया था, ने एक महीने की अवधि के भीतर साइबर अपराधों के बारे में जागरूकता पैदा की है। उन्होंने इस संबंध में सबूत पेश किए हैं। इनमें फोटोग्राफ, वीडियो, लॉग रिपोर्ट, प्रमाण पत्र शामिल हैं। साथ ही, कंपनी ने सरकारी निर्णय की शर्तों और दिशानिर्देशों को पूरा किया है। स्वेता/संतोष झा- २२ अक्टूबर/२०२५/ईएमएस