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25-Oct-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सेना कमांडरों के सम्मेलन के दौरान भारतीय सेना के शीर्ष नेतृत्व के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में लड़ाकू क्षमताओं को मजबूत करने, बुनियादी ढांचे के विकास और सशस्त्र बलों की तत्परता पर जोर दिया गया ताकि क्षेत्र में किसी भी सुरक्षा स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। रक्षा मंत्री और सीडीएस ने क्षेत्र में मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और किसी भी स्थिति के लिए सशस्त्र बलों की भविष्य की तैयारियों को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की। उन्हें परिचालन तत्परता और प्रमुख पहलों के बारे में जानकारी दी गई। बैठक भारतीय सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और संरचनात्मक सुधारों के महत्वपूर्ण दौर में हुई, जिसका उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच संयुक्तता और परिचालन तालमेल को बढ़ाना है। चर्चाओं में उन्नत तकनीकों के एकीकरण, आत्मनिर्भर भारत के तहत स्वदेशीकरण, और सेना को विविध भूभागों एवं परिचालन परिवेशों में युद्ध के लिए तैयार रखने की रणनीतियों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। इससे पहले, रक्षा मंत्री और सीडीएस ने भारतीय नौसेना के द्विवार्षिक कमांडर्स कॉन्फ्रेंस 2025 के दूसरे संस्करण में भी भाग लिया था। नौसेना, चीफ ऑफ नेवल स्टाफ (सीएनएस) के साथ मिलकर, 2047 तक एक लड़ाकू-तैयार, विश्वसनीय बल और भविष्य के लिए तैयार आत्मनिर्भर नौसेना बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। आशीष दुबे / 25 अक्टूबर 2025