राष्ट्रीय
28-Oct-2025


नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली के तिमारपुर इलाके में यूपीएससी की तैयारी कर रहे 32 वर्षीय रामकेश मीणा की हत्या का मामला दिन-ब-दिन और भी भयावह होता जा रहा है। अश्लील वीडियो रिकॉर्डिंग के विवाद में उनकी लिव-इन पार्टनर ने अपनाए हथकंडे इतने चालाकी भरे हैं कि पुलिस भी स्तब्ध है। अब जांच में एक नया खुलासा हुआ है कि रामकेश के पास उनकी पार्टनर के अलावा 15 अन्य महिलाओं के अश्लील वीडियो का संग्रह था। उनके फ्लैट से जब्त एक हार्ड डिस्क में ये वीडियो बरामद हुए हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच चल रही है। इसका मकसद महिलाओं की पहचान करना और यह पता लगाना है कि ये रिकॉर्डिंग सहमति से हुई थीं या जबरन। मतलब ये है कि मृतक यूपीएससी की तैयारी से ज्यादा अश्लील वीडियो बनाने में रुचि ले रहा था। मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, प्रारंभिक जांच से संकेत मिलते हैं कि मृतक कई महिलाओं के साथ इसी तरह का व्यवहार करता था। वह चुपके से उनके निजी पल रिकॉर्ड करता और अपने लैपटॉप पर संग्रहीत रखता। लैपटॉप अभी बरामद नहीं हुआ है, लेकिन हार्ड डिस्क जब्त कर ली गई है, जिसमें 15 से ज्यादा महिलाओं के वीडियो हैं। रामकेश का जला हुआ शव 6 अक्टूबर को गांधी विहार स्थित उनके चौथे माले के अपार्टमेंट से मिला था। शुरुआत में पुलिस ने इसे लापरवाही से लगी आग का हादसा माना और संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया। लेकिन गहन जांच में साफ हो गया कि यह सुनियोजित हत्या थी। पुलिस ने रविवार को खुलासा किया कि मुख्य आरोपी रामकेश की 21 वर्षीय लिव-इन पार्टनर मुरादाबाद की रहने वाली एक बीएससी फोरेंसिक साइंस की छात्रा है। उसके साथ उसके पूर्व प्रेमी और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी के अनुसार, महिला को जब रामकेश द्वारा उसके अश्लील वीडियो चुपके से रिकॉर्ड करने का पता चला, तो वह गुस्से से तिलमिला उठी। उसने वीडियो डिलीट करने की गुजारिश की, लेकिन रामकेश ने साफ इनकार कर दिया। इससे अपमानित महसूस करते हुए उसने बदला लेने की ठानी। उसे धोखा और अपमान का एहसास हुआ, जिसने उसे हिंसा की ओर धकेल दिया, एक अधिकारी ने कहा। जांचकर्ताओं ने बताया कि आरोपी महिला ने अपनी फोरेंसिक साइंस की पढ़ाई और क्राइम शो में रुचि का फायदा उठाकर हत्या को परफेक्ट क्राइम बनाने की कोशिश की। कथित तौर पर 5 अक्टूबर की रात वह अपने पूर्व प्रेमी और एक अन्य साथी के साथ रामकेश के फ्लैट पर पहुंची। तीनों ने मिलकर पीड़ित पर हमला बोला। मोबाइल चार्जर के तार से उसका गला दबाकर हत्या कर दी। फिर शव पर तेल और शराब उड़ेल दी, ताकि जलने का नाटक रच सकें। उन्होंने गैस रेगुलेटर खोल दिया और लाइटर जला दिया, जिससे अचानक आग लगने का भ्रम पैदा हो। सिलेंडर को शव के सिर के पास रखा गया। लगभग एक घंटे बाद आग भड़की और सिलेंडर फट गया, जिससे शरीर पूरी तरह जल गया, अधिकारी ने विस्तार से बताया। यह घटना न केवल हत्या की क्रूरता को उजागर करती है, बल्कि निजता के उल्लंघन और बदले की आग के खतरनाक परिणामों को भी। पुलिस अब अन्य महिलाओं की तलाश में जुटी है, ताकि मामले की परतें और खुल सकें। रामकेश की मौत ने यूपीएससी जैसे कठिन सफर में छिपे मानसिक दबावों को भी नंगा कर दिया है। कुल मिलाकर, यह केस समाज को सतर्क करता है कि रिश्तों में विश्वासघात कितना घातक साबित हो सकता है। वीरेंद्र/ईएमएस/28अक्टूबर2025