लेख
29-Oct-2025
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बिहार चुनाव सबसे अहम माना जा रहा है। विकास पुरुष नीतीश कुमार के विकास का आंकलन औऱ बिहार में रोजगारपरक दृष्टिकोण और महिलाओ -युवाओ में सरकार के प्रति लगाव के परिणामस्वरूप सता की इस टर्म में भागीदारी सुनिश्चित होगी। चुनाव में सर्वाधिक दल बदलू,नोट खाऊ ,आँसू बहाऊ,विरोधियों की पटखनी के लिए हथियारों का जुगाड़, धार्मिक भावनाओं से भड़काऊ, जात बिरादरी आदि का इस्तेमाल अक्सर देखने को मिल रहा है।यह चुनावी गिरगिट का तमाशा है।बिहार में हम सभी को देखने मिल रहा है। राजनैतिक पार्टिया,विचारधाराओं से पिछले 70 सालों से सत्ता पलटने का प्रयास होता आ रहा है।जोड़ तोड़,दलबदल और गठबंधन की सरकारे उखाड़ने का कार्य किया है।देश मे यही होता आ रहा है।गृहमंत्री अमित शाह ने खगड़िया और मुंगेर में सभा में कहा कि बिहार जंगलराज से मुक्त रहे,बहु बेटिया सुरक्षित रहे।उन्होंने कहा कि मैं छठ मैया से यही प्रार्थना करता हूंकि बिहार में शांति स्थापित हो।बिहार में समीकरण और हालात में अमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल रहा है।बिहार चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप के इस दौर में सभा हो रही है।गृहमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि चुनाव किसी को मंत्री या विधायक बनाने के लिए नही है।देखना यह है कि बिहार विकास के मार्ग पर है और फिर से जंगलराज लाना है या विकास चाहिए?गृहमंत्री ने कहा कि मैंने लालू के बड़े पुत्र तेजस्वी के बयान सुने, वो कह रहा था कि बिहार में हत्या, लूटऔर डकैती होती है।उन्होंने कहा कि बिहार में पिछले बीस साल में एक भी जघन्य नरसंहार नही हुआ है।इनके शासन में लूट,हत्या और डकैती रोजमर्रा बन गई थी।गृहमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि महागठबंधन और लठबंधन बिहार का विकास कर सकते है?नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ही राज्य का विकास कर सकते है,जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप नही है।खगड़िया में तेजस्वी ने सतारूढ़ पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार सरकार चलाने लायक नही है।आप तय करे किबाहरी सरकार चलाएंगे या बिहारी। उन्होंने नीतीश को ही निशाने पर लेते हुए कहा कि हमारे कहने पर पेंशन बढ़ाई है।तेजप्रताप और तेजस्वी के बीच विवाद की दीवार है।तेजप्रताप कहते है कि मैं आरजेडी में जाने से पहले मौत पसंद करूंगा।उन्होंने नई पार्टी बनाई है।इस वक्त बिहार में चुनाव प्रचार जोरो पर है।एक दूसरे दल आरोप -प्रत्यारोप के बीच झूलते नजर आ रहे है।पार्टियां वोट प्राप्त करने के लिए गिरगिट की तरह रंग बदलती नजर आ रही है।तेजस्वी नरेंद्र मोदी और अमित शाह सहित भाजपा नेताओं को बाहरी बताकर जहर उगलते नजर आ रहे है।बिहार की जनता के जंगलराज के घाव आज दिन तक भरे नही है।बिहार में दलित,पिछड़ा,राजपूत,ब्राह्मण वोटो के समीकरण के नाम पर चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस,आरजेडी या अन्य दल छोटे मोटे दलों के घिसे पिटे नेताओ को भी पार्टी में शामिल कर चुनावी टिकट या अन्य लाभ देने का इंतजाम किया गया है।बहरहाल, भाजपा गठबंधन सत्ता में होने के कारण लोगो का समर्पण समझा जा सकता है।वे कांग्रेस और आरजेडी की बदहाली पर ध्यान दिला सकते है।बिहार में इस समय चुनावी माहौल जम चुका है।बिहार में चुनाव के दौरान अपने अपने दलों की बखान कर विपक्ष पर ताने मारकर मतदाताओ को अपनी तरफ करने की कोशिश हो रही है।चुनाव ने जात-बिरादरी के समय जा चुका है।अब जातिवाद से कोई सरोकार नही है।जो सरकार विकास और समाज के उत्थान पर ध्यान देती है वोट उन्ही को मिलता है।अत्याचार और जंगलराज की धारणा ओझल होती प्रतीत हो रही है।मोदी ने छठ पर्व का वीडियो शेयर किया तो लालू ने मोदी पर तंज कसा और कहा कि बिहार के प्रवासियों को रेल यातायात उपलबन्ध नही होने से लोग धक्के मुक्की के बीच बिहार पहुंच रहे है।उधर,30 साल से सत्ता के इर्दगिर्द भटकती कांग्रेस के नेता राहुल ने रेल प्रबंधन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार के दावे खोखले है।चुनाव प्रचार का दौर है और जुठ को सही और सही को जुठ परोसने वाले नेता और कार्यकर्ता पूरे जोर से प्रचार में हिस्सा ले रहे है।जंगलराज और सत्ता में भ्रष्टाचार की पुंगी बजाने वाले कांग्रेस और आरजेडी के अपराधीक मामलों को रातोंरात मखमली गलीचे के नीचे छिपाकर फूल बरसाये जा रहे है।यह राजनीति का मंच है।उल्लेखनीय है कि आरजेडी के पोस्टर में तेजस्वी को नायक करार दिया है।देश मे भ्रष्टाचार का बीजारोपण करने वाले दल किस मुह के साथ जनता के समक्ष वोट मांगने जा सकते है।तेजस्वी के पोस्टर से पैदा हुए सवाल पर बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सीधा हमला बोलते हुए तेजस्वी से पूछा है कि तेजस्वी बताए,डेढ़ साल की उम्र में करोड़पति कैसे बन गए।जिसका परिवार खलनायक हो,जिसके पिता बिहार के गब्बर हो,जिन्होंने बिहार को लुंटने का कार्य किया हो,वो नायक कैसे हो सकता है? बिहार में द्विदाभरी स्थिति बन रही है।नेताओ को चुप कराने के लिए पासा फेंक रहे है।क्योंकि उनके पास ऐसे सवालों के जवाब नही होते है,जो घटना घटी है।उस घटना के चश्मदीद गवाह है।उधर,पार्टी के प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने कहा कि तेजस्वी ने हार मान ली है।उधर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू की जमीन पर पहुंच कर भाजपाइयों ने प्रदर्शन किया था।जोकि विवादित मॉल खरीदने की तैयारी में थे लालू।भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुध नेतंज कसते हुए कहा कि इंडी गठबंधन के युवराज और महारानियों के महागठबंधन को करारी हार देने वाली है।महागठबंधन बिहार को लुंटने का एजेंडा चलाना चाहते है।नित्यानंद ने एक सभा मे कहा कि एनडीए जो कार्य किया है,वह तेजस्वी सोच भी नही सकते है।मोदी और अमित शाह ने जंगलराज के जरिये लालू पर निशाना साधा है।बिहार के चुनाव के प्रचार प्रसार में एक दूसरे नेता और पार्टियों की पोल खोलते नजर आ रहे है।मतदाता अपने अपने नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के आंकलन में लगे हुए है।आज का मतदाता हवा में बात नही करता है।सोच समझ कर देशहित में जिस दल की भागीदारी है,उसी को वोट करता है। ईएमएस/29/10/2025