* उपार्जन केंद्रों में पंजीकृत किसानों से वास्तविक धान की खरीदी करने के दिए निर्देश * धान उपार्जन के प्रारम्भ से ही खरीदी केंद्रों का निरंतर मॉनिटरिंग करने हेतु अधिकारियों को किया निर्देशित * कलेक्टर की अध्यक्षता में धान खरीदी की आरंभिक तैयारियों के संबंध में बैठक सह प्रशिक्षण का हुआ आयोजन कोरबा (ईएमएस) कोरबा जिला कलेक्टर अजीत वंसत की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 अंतर्गत धान खरीदी की प्रारंभिक तैयारियों के सम्बंध में बैठक सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें उन्होंने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के सफल कियान्वयन हेतु संबंधित सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर श्री वसंत ने कहा कि चालू खरीफ वर्ष में 15 नवंबर से धान खरीदी कार्य प्रारंभ होगा। जिले के 41 सहकारी समितियों के 65 धान उपार्जन केन्द्रो में माध्यम से किसानों से धान उपार्जन किया जाएगा। इस हेतु सभी केंद्रों में सीसीटीवी कैमरा सहित चेकलिस्ट में निर्धारित आवश्यक सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने एग्रीस्टेक पोर्टल में किसानों के पंजीयन की जानकारी लेते हुए सभी पात्र किसानों का पोर्टल में अनिवार्य रूप से पंजीयन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने किसान पंजीयन में अधिकारियों को सवेंदनशीलता से काम करने एवं शासन स्तर से निराकृत होने वाली समस्याओं के बारे में राज्य शासन को सूचित करने निर्देश दिए। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि केंद्रों में जिले के पंजीकृत किसानो से वास्तविक धान की खरीदी करें एवं अवैध धान के विक्रय पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाना सुनिश्चित करें। पात्र किसानों को धान विक्रय में किसी प्रकार की परेशानी ना हो, सभी अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें। साथ ही अनियमितता बरतने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को प्रारंभ से ही खरीदी केंद्रों का निरंतर मॉनिटरिंग करने हेतु निर्देशित किया। इस हेतु सभी अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय करने की बात कही। इस सत्र में टोकन आधार लिंक्ड मोबाइल में ओटीपी के माध्यम से जारी होगा। उन्होंने पटवारी के माध्यम से रैंडमली कुछ किसानों के टोकन का भौतिक सत्यापन कराने की बात कही। बैठक में बारदानों की व्यवस्था की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने पीडीएस व मिलर्स बारदानों का समय पर भंडारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। केंद्रों में उपार्जित धान के मानक स्टैक निर्माण पर भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को अपने क्षेत्रों के मिलर्स की बैठक लेकर धान खरीदी कार्य के साथ ही उठाव भी गंभीरता से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रारंभ से ही समितियों व मिलर्स पर सकारात्मक नियंत्रण बनाए रखने की बात कही। साथ ही सवेंदनशील और अतिसंवेदनशील धान खरीदी केंद्रों पर विशेष निगरानी बनाए रखने हेतु निर्देशित किया। सीमावर्ती इलाकों में चेकपोस्ट निर्मित कर अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित करने की बात कही। जिससे जिले में अवैध धान के आवक पर रोकलगाई जा सके। उन्होंने हाथी प्रभावित क्षेत्रों में बफर लिमिट निर्धारित कर डीओ कटने के साथ ही मिलर्स द्वारा धान उठाव प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए। साथ ही किसानों से धान विक्रय पूर्ण होने के साथ साथ रकबा समर्पण भी कराने के निर्देश दिए। खरीफ वर्ष 2025-26 में धान उपार्जन कार्य का सतर्क एप के माध्यम से सभी स्तर की निगरानी रखी जाएगी। साथ ही जिला स्तर पर कंट्रोल रूम का गठन कर कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित की गई है। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर ओंकार यादव, सभी एसडीएम सहित खाद्य, विपणन, नॉन, सहकारी समिति, कृषि विभाग के अधिकारी सहित राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे। 30 अक्टूबर / मित्तल