30-Oct-2025


बुनाई की लुप्त होती कला को पुनर्जीवित करने का संकल्प 10 ग्रामीण महिलाओं ने शुरू किया पारंपरिक हथकरघा प्रशिक्षण जबलपुर (ईएमएस)। समृद्धि अनुसूचित जातिए अनुसूचित जनजाति ग्रामीण विकास एवं जनकल्याण समिति नैनपुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक नई पहल की है। बताया गया कि समिति ने वार्ड नंबर 8 प्रताप नगर नैनपुर में हस्तशिल्प क्षेत्र के लिये कौशल एवं तकनीकी विकास योजना 2021 के अंतर्गत पारंपरिक हथकरघा कपड़ा निर्माण प्रशिक्षण का शुभारंभ किया है। जानकारी अनुसार यह कौशल उन्नयन बुनाई प्रशिक्षण सत्र 28 अक्टूबर को आरम्भ किया गयाए जिसमें अनुसूचित जाति वर्ग की 10 महिला हितग्राहियों ने हिस्सा लिया। यह प्रशिक्षण 45 कार्य दिन तक चलेगा। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और स्वदेशी वस्त्र निर्माण की लुप्त होती कला को पुनर्जीवित करना है। बताया गया कि संस्था की अध्यक्ष किरण भारद्वाज ने इस पहल को महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और स्वदेशी वस्त्र निर्माण को प्रोत्साहित करने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी वस्त्रों एवं हस्तकला को बढ़ावा देना हैए जिससे देश का धन देश में ही रहे और ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के अवसर मिलें। रोजगार के लिए मिलेंगे करघे और उपकरण प्रशिक्षण एवं कार्यशाला के आयोजन में हथकरघा विभाग के अधिकारी शिव धमकाते और टीचर श्री निमजे का विशेष सानिध्य रहा। प्रशिक्षण के पूर्ण होने के बाद इन हितग्राहियों को करघे एवं सहायक उपकरण भी प्रदान किए जाएंगे। इससे प्रशिक्षण प्राप्त महिलाएं सीधे हाथकरघा वस्त्र उद्योग के माध्यम से रोजगार से जुड़ सकेंगी। महिलाओं ने इस कार्य को आगे बढ़ाकर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन करने और महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया है। संस्था आने वाले समय में इस रोजगार एवं आत्मनिर्भरता अभियान को और विस्तृत रूप देने की योजना बना रही है। ईएमएस/ 30/10/2025