मनोरंजन
03-Nov-2025
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मुंबई (ईएमएस)। अभिनेत्री सोनम बाजवा आज फिल्म इंडस्ट्री की सफल और लोकप्रिय अभिनेत्रियों में गिनी जाती हैं, इसके बावजूद सोनम इस मुकाम पर पहुंचकर भी खुद को सफल नहीं मानतीं। पंजाबी और हिंदी फिल्मों में अपनी अलग पहचान बना चुकी एक्ट्रेस का मानना है कि हर दिन मेहनत, आत्ममंथन और आत्म-सुधार का है। वह कहती हैं कि लोकप्रियता या प्रशंसा असली सफलता का मापदंड नहीं हैं, बल्कि सच्ची सफलता तब होती है जब व्यक्ति अपने काम से संतुष्ट महसूस करे। एक बातचीत में सोनम ने कहा, “मुझे लगता है कि अभी मुझे बहुत मेहनत करनी है। अगर मैं पंजाबी इंडस्ट्री की बात करूं, तो मैंने बहुत सारी फिल्में की हैं, लेकिन हर नई फिल्म से पहले मेरा उतना ही उत्साह होता है जितना नर्वसनेस महसूस करती हूं। ये दोनों भावनाएं मुझे अपने काम को और बेहतर करने की प्रेरणा देती हैं।” उन्होंने आगे कहा कि उनके लिए हर फिल्म एक नई चुनौती होती है। “मैं हमेशा सोचती हूं कि कैसे अपने काम को और अच्छा बना सकती हूं, कैसे किसी फिल्म को और सफल बना सकती हूं। मेरे लिए सफलता सिर्फ प्रसिद्धि पाने या तालियां सुनने का नाम नहीं है। असली संतोष तब मिलता है जब मैं अपने काम से पूरी तरह खुश होती हूं।” सोनम ने कहा कि चाहे वह बड़े पर्दे पर हों या किसी छोटे प्रोजेक्ट का हिस्सा, वह हर किरदार को पूरी ईमानदारी से निभाती हैं। “मुझे नहीं पता कि लोग मुझे कैसे देखते हैं, लेकिन मैं अपने काम में आत्मविश्वासी हूं। फिर भी हमेशा लगता है कि मैं और बेहतर कर सकती थी। शायद यही सोच मुझे आगे बढ़ाती है,” उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा। सोनम का मानना है कि करियर में जो भी सफलता उन्हें मिली है, वह केवल उनकी मेहनत का परिणाम नहीं, बल्कि ईश्वर की कृपा भी है। “मैं हर चीज के लिए ईश्वर का धन्यवाद करती हूं। जो कुछ भी मिला है, वह मेरे लिए आशीर्वाद है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं ठहर जाऊं। मैं चाहती हूं कि हर प्रोजेक्ट में खुद को पिछले से बेहतर साबित करूं।” सुदामा/ईएमएस 03 नवंबर 2025