लेख
07-Nov-2025
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महिला वनडे विश्व कप के इतिहास में 52 वर्षों के बाद भारतीय लड़कियों ने धैर्य, संयम, आत्मविश्वास और तकनीक के बल पर चमत्कार कर दिखाया। लड़कियों ने प्रत्येक भारतीय का मस्तक और ऊंचा कर दिया। शेरनियों की तरह प्रदर्शन करने वाली विश्व विजेता टीम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम की जमकर प्रशंसा की और उनके अनुभव जाने, साथ ही विजेताओं पर इनाम की बौछार की जा रही है, जिससे यह जीत देश की लड़कियों के लिये प्रेरणा स्रोत भी बनेगी, इस सब पर ही चर्चा कर रहे हैं बीपी गौतम... भारतीयों का गर्व से चौड़ा हो गया सीना भारत की महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने महिला वनडे विश्व कप- 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुये भारत ने 50 ओवर में सात विकेट पर 298 रन बनाये थे। जवाब में खेलते हुये दक्षिण अफ्रीका की टीम 246 रन ही बना पाई। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान एल वोल्वार्ट की 101 रन की पारी निरर्थक साबित हुई, क्योंकि दीप्ति शर्मा ने चार विकेट लेकर मैच पलट दिया। पहला महिला वनडे विश्व कप 1973 में खेला गया था। 52 वर्षों के महिला वनडे विश्व कप के इतिहास में भारत पहली बार वनडे विश्व कप जीता है, जिससे संपूर्ण देश जीत पर झूम उठा। स्मृति और शेफाली ने रखी मजबूत नींव नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर मेजबानों को पहले बल्लेबाजी करने का अवसर दिया था। बारिश के कारण लगभग दो घंटे की देरी से शुरू हुए महिला वनडे विश्व कप 2025 के फाइनल में स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने शतकीय साझेदारी से भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई थी। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (45) और शेफाली वर्मा (87) ने पहले विकेट के लिये 104 रनों की शतकीय साझेदारी कर टीम को मजबूत आधार दिया था। शेफाली ने आक्रामक अंदाज में सात चौकों और दो छक्कों की मदद से तेज 87 रन बनाये थे, जबकि मंधाना ने धैर्य पूर्वक खेलते हुये 58 गेंदों में आठ चौके जड़े, इस मजबूत शुरुआत को मध्यक्रम संभाल नहीं सका। जेमिमा रॉड्रिग्स (24), हरमनप्रीत कौर (20) और अमनजोत कौर (12) बड़ी पारी नहीं खेल सकीं, जिससे जिससे बड़ा स्कोर बनाने का लक्ष्य लेकर उतरी टीम को सात विकेट पर 298 रनों से ही संतोष करना पड़ा। मैच के अंत में दीप्ति शर्मा (58) और ऋचा घोष (34) ने तेज बल्लेबाजी कर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। दीप्ति ने वनडे कैरियर का 18वां अर्धशतक पूरा किया और अंत तक टिकी रहीं। दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य है 298 भारतीय टीम का मध्य क्रम सही से खेल पाता तो, स्कोर और बड़ा होता लेकिन, 298 का लक्ष्य भी छोटा नहीं था, यह महिला विश्व कप फाइनल इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है, इससे पहले 2022 में ऑस्ट्रेलिया का इंग्लैंड के विरुद्ध 356/5 का स्कोर है, जो अब तक का सर्वोच्च स्कोर है, इस सूची में तीसरे स्थान पर 2022 के फाइनल में इंग्लैंड का 285 रन का स्कोर है, जो ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध बनाया गया था, वहीं चौथे स्थान पर 2013 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का वेस्टइंडीज के विरुद्ध 259/7 का स्कोर है। टीम में थीं यह लड़कियां भारतीय महिला टीम में शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना, जेमिमा रॉड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), अमनजोत कौर, राधा यादव, क्रांति गौड़, श्री चरणी, रेणुका सिंह ठाकुर, स्नेह राणा, हरलीन देयोल, अरुंधति रेड्डी, उमा छेत्री थीं, वहीं दक्षिण अफ्रीका महिला टीम में लौरा वोल्वार्ट (कप्तान), ताजमिन ब्रिट्स, एनेके बॉश, सुने लूस, मारिजाने कैप, सिनालो जाफ्ता (विकेटकीपर), एनेरी डर्कसन, क्लो ट्रायॉन, नादिन डी क्लार्क, अयाबोंगा खाका, नॉनकुलुलेको म्लाबा, मसाबाता क्लास, तुमी सेखुखुने, नोंदुमिसो शंगासे और काराबो मेसो थीं। सिक्सर गर्ल बनीं ऋचा ऋचा ने महिला विश्व कप के एक संस्करण में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाली भारतीय बल्लेबाज बनने के मामले में कप्तान हरमनप्रीत कौर को पीछे छोड़ दिया है। हरमनप्रीत ने 2017 विश्व कप में कुल 11 छक्के लगाए थे लेकिन, ऋचा ने मौजूदा टूर्नामेंट में 12 छक्के लगाये और कप्तान को पीछे छोड़ने में सफल रहीं, वहीं मौजूदा संस्करण में ओवर ऑल भी ऋचा सभी से आगे हैं। महिला विश्व कप 2025 में ऋचा ने ही सबसे ज्यादा छक्के लगाये हैं। हालांकि सभी संस्करण मिलाकर ऋचा ओवर ऑल संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाली बल्लेबाज हैं। ड्रियांड्रा डॉटिन ने 2013 में ऋचा की तरह ही 12 छक्के लगाये थे। ऋचा ने महिला विश्व कप में 41-50 ओवर के बीच सबसे ज्यादा रन बनाये हैं। उन्होंने इस दौरान 165.17 के स्ट्राइक रेट से 185 रन बनाये हैं, जबकि नादिने डी क्लर्क ने 160.81 के स्ट्राइक रेट से 119 रन बनाये हैं, इस मामले में जेमिमा तीसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने 146.66 के स्ट्राइक रेट से 110 रन बनाये हैं। चोटिल प्रतिका के स्थान पर आई थी शेफाली शेफाली और मंधाना ने भारतीय टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई और पहले विकेट के लिये शतकीय साझेदारी की थी, दोनों ने चौकों की बरसात कर दी। शेफाली ने किसी गेंदबाज को नहीं छोड़ा, दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिये 104 रन जोड़े। स्मृति मंधाना को क्लो ट्रायोन ने विकेट कीपर जाफ्ता के हाथों कैच कराकर साझेदारी को तोड़ा था, वह 58 गेंद में आठ चौके की मदद से 45 रन बनाकर आउट हुईं, इसके बाद शेफाली ने अर्धशतक जमाया। शेफाली के लिये वनडे विश्व कप 2025 में खेलना किसी सपने के साकार होने जैसा है, क्योंकि उन्हें प्रतिका रावल के स्थान पर टीम में सम्मिलित किया गया था। प्रतिका चोटिल होने के कारण विश्व कप से बाहर हो गई थीं, जिसके बाद शेफाली को टीम में लिया गया। प्रतिका और मंधाना की जोड़ी काफी सफल रही थी, जबकि प्रतिका का टीम से बाहर होना भारत के लिये झटका माना जा रहा था। भारतीय महिला टीम की स्टार बल्लेबाज शेफाली वर्मा के लिये रोहतक से भारतीय टीम तक का सफर आसान नहीं रहा है। भारतीय महिला क्रिकेट की स्टार शेफाली को एक समय वनडे टीम से बाहर होना पड़ा था। लगभग एक साल से भारत की वनडे टीम का हिस्सा नहीं थीं लेकिन, प्रतिका रावल के चोटिल होने के बाद उन्हें टीम में सम्मिलित किया गया और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में चमत्कार कर दिखाया। शेफाली ने 15 वर्ष की उम्र में भारतीय महिला टी- 20 क्रिकेट टीम में जगह बना ली थी। जून 2021 तक वह महिला क्रिकेट के तीनों फार्मेट में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गई थीं। शेफाली ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने के लिये काफी संघर्ष किया है। 2013 में सचिन तेंदुलकर लाहली में रणजी ट्राफी का खेलने आये तो, भीड़ में मैच देखते हुये सचिन-सचिन की आवाजें सुनकर शेफाली का क्रिकेटर बनने का सपना और भी दृढ़ हो गया, जिसे साकार करने में पिता ने पूरा साथ दिया। दो-ढाई साल तक उन्होंने बल्ले का अभ्यास लड़कों की गेंदबाजी पर ही किया है। अंडर- 19, अंडर- 23 और रणजी खिलाड़ियों की गेंदों पर उन्होंने खूब अभ्यास किया है। महिला क्रिकेट का सितारा है स्मृति मंधावा भारतीय बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 में एक नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने इस टूर्नामेंट में अब तक 434 रन बनाकर भारत की ओर से किसी एक महिला वनडे विश्व कप संस्करण में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है, इस मामले में उन्होंने भारत की दिग्गज कप्तान मिताली राज को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने 2017 विश्व कप संस्करण में 409 रन बनाये थे। मिताली के बाद किसी एक महिला वनडे विश्व कप संस्करण में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पूनम राउत के नाम है। उन्होंने 2017 में 381 रन बनाए थे, जबकि टूर्नामेंट के उसी संस्करण में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी 359 रन बनाये थे, वहीं 2022 विश्व कप में भी स्मृति मंधाना ने 327 रन बनाये थे, उन्होंने 2025 में अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुये एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जय और सचिन ने लड़कियों का उत्साह बढ़ाया भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच महिला वनडे विश्व कप 2025 का मुकाबला नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में हुआ, इस मुकाबले का रोमांच उस समय और बढ़ गया जब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष जय शाह और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर जैसे लोग लड़कियों का उत्साह बढ़ाने के लिये पहुंच गये, इस दौरान रिलायंस ग्रुप की चेयरमैन नीता अंबानी भी जय शाह के साथ बैठीं नजर आईं। रोहित शर्मा और सुनील गावस्कर भी स्टेडियम में दिखाई दिये, वहीं टीम के विजेता घोषित होते ही नेताओं और अभिनेताओं ने जमकर बधाई दी। जो स्वयं न कर पाये, वो अमोल ने लड़कियों से कराया भारतीय क्रिकेट महिला टीम के पीछे काम करने वाले चाणक्य का नाम है अमोल मजूमदार, इस कोच की कहानी भी बेहद रोचक है। अमोल ने कभी भारतीय टीम की जर्सी नहीं पहनी पर, उनका सपना भारत को शीर्ष पर पहुंचाना था, जिसे उन्होंने साकार कर दिखाया। 1988 में 13 वर्षीय अमोल मजूमदार स्कूल क्रिकेट के टूर्नामेंट हैरिस शील्ड के दौरान नेट्स में अपनी बल्लेबाजी की बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे, इसी दिन सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने 664 रनों की ऐतिहासिक साझेदारी कर डाली। दिन समाप्त हो गया और पारी घोषित कर दी गई, जिससे अमोल को बल्लेबाजी करने का अवसर नहीं मिला, इसके 1993 में उन्होंने बॉम्बे (मुंबई) के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया तो, पहले ही मैच में 260 रनों की ऐतिहासिक पारी खेल डाली, जो विश्व में किसी भी खिलाड़ी की डेब्यू पारी में सबसे बड़ा स्कोर था। लोग कहने लगे कि यह अगला सचिन तेंदुलकर बनेगा, उन्होंने दो दशक से भी अधिक लंबे कैरियर में 11,000 से अधिक रन बनाये, जिनमें 30 शतक जड़े लेकिन, कभी भी भारत के लिए एक भी मैच नहीं खेल सके, क्योंकि उनका नाम सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली की ऊर्जा के सामने धुंधला पड़ गया, वे स्वयं भी मान बैठे थे कि अब कुछ नहीं हो सकता, इस बीच उनके पिता अनिल मजूमदार ने कहा कि खेल छोड़ना नहीं, तेरे अंदर अभी क्रिकेट बाकी है, इस एक वाक्य ने उनका जीवन बदल दिया, उन्होंने वापसी की और 2006 में मुंबई को रणजी ट्रॉफी जिताई, इसी दौरान उन्होंने एक युवा खिलाड़ी रोहित शर्मा को पहली बार फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में अवसर दिया। दो दशकों में 171 मैच, 11,167 प्रथम श्रेणी रन, 30 शतक के बावजूद, वे भारत के लिये एक भी मैच नहीं खेल पाये। समय अपनी गति से चलता ही रहता है, वह समय 2014 आ गया जब सन्यास लेना पड़ा, इस दिन सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि मजूमदार सच्चे अर्थों में खेल के सेवक हैं पर, अमोल के मन में एक खालीपन रह गया, वह बताते हैं कि मैंने भारत के लिए कभी नहीं खेला, यही एक कमी रह गई, इसके बाद उन्होंने कोचिंग का रास्ता चुना। उन्होंने नीदरलैंड, दक्षिण अफ्रीका और राजस्थान रॉयल्स जैसी टीमों के साथ काम किया, उनकी पहचान, ऐसे कोच के रूप में बन गई, जो कम बोलता है लेकिन, बहुत गहराई से हर चीज को समझता है। अक्तूबर 2023 में उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया, इस दौरान कई लोगों ने सवाल उठाये कि जिसने भारत के लिये कभी नहीं खेला, वो कोच कैसे बनेगा? 2025 में ही महिला विश्व कप के ग्रुप स्टेज में भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा। इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया से टीम को हार मिली, इसके बाद सोशल साइट्स पर मीम्स बने, आलोचना चरम पर थी, इस दौरान अमोल मजूमदार ने टीम के सामने कड़े शब्दों में प्रतिक्रिया दी। हरमनप्रीत कौर ने बताया कि मैंने इंग्लैंड मैच के बाद एक शब्द नहीं बोला। सर ने कहा कि आप लोगों को यह मैच आसानी से खत्म करना चाहिए था। हम सबने उसे सही भावना में लिया, क्योंकि अमोल सर जो भी कहते हैं, दिल से कहते हैं। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सेमीफाइनल से पहले, उन्होंने ड्रेसिंग रूम की व्हाइट बोर्ड पर सिर्फ एक लाइन लिखी थी कि हमें फाइनल में पहुंचने के लिये उनसे एक रन ज्यादा चाहिये, बस इतना। साधारण वाक्य लेकिन, गहरी सोच, फिर चमत्कार हुआ। तकनीक के साथ अमोल आत्मविश्वास भी सशक्त करते हैं, जिसके बल पर भारतीय लड़कियां विश्व चैंपियन बन गईं। प्रधानमंत्री से मिली विश्व विजेता टीम विश्वकप 2025 की ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय महिला टीम ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके दिल्ली स्थित आवास पर भेंट की। प्रधानमंत्री ने सराहना करते हुये टीम को शानदार जीत की बधाई दी, इस दौरान खिलाड़ियों ने 2017 के विश्वकप फाइनल की यादें भी ताजा कीं, जब भारत फाइनल में इंग्लैंड से हार गया था। उन्होंने बताया कि तब भी पीएम नरेंद्र मोदी ने टीम से भेंट कर उन्हंो निरंतर मेहनत और आत्मविश्वास बनाये रखने की सलाह दी थी। टीम की स्टार ऑलराउंडर और विश्वकप 2025 की प्लेयर ऑफ द सीरीज दीप्ति शर्मा ने बताया कि वह प्रधानमंत्री से दोबारा मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रही थीं, उन्होंने कहा कि 2017 में पीएम मोदी द्वारा दिया गया लगातार मेहनत करते रहो वाला संदेश उनके कैरियर का टर्निंग प्वॉइंट बना। दीप्ति ने इस टूर्नामेंट में 215 रन बनाए और 22 विकेट लेकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीप्ति से उनके हाथ पर बने भगवान हनुमान के टैटू और इंस्टाग्राम पर लिखे जय श्री राम के अर्थ के बारे में पूछा। दीप्ति ने मुस्कुराते हुये बताया कि यह उनके लिये शक्ति और प्रेरणा का प्रतीक हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे हरमनप्रीत ने फाइनल मैच के बाद गेंद पॉकेट में डाल दी। उन्होंने कहा कि वह भाग्यशाली थीं कि गेंद उनके पास आई और उन्होंने उसे अपने पास रख लिया। प्रधानमंत्री ने अमनजोत कौर के प्रसिद्ध कैच के बारे में भी बताया, जो उन्होंने कई बार फंबल करने के बाद लिया था, उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा फंबल है, जिसे देखना उन्हें पसंद है, प्रधानमंत्री ने कहा कि कैच करते समय आपको गेंद दिख रही होगी लेकिन, कैच के बाद आपको ट्रॉफी दिख रही होगी। अमनजोत ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका की कप्तान एल. वोलवार्ट का महत्वपूर्ण कैच पकड़ा था, जो 98 गेंदों में 101 रन बनाकर खेल रही थीं, उनके आउट होने के बाद भारत की जीत लगभग तय हो गई थी। हरमनप्रीत ने प्रधानमंत्री से पूछा कि वह हमेशा वर्तमान में कैसे रहते हैं, इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा करना उनके जीवन का हिस्सा बन गया है और उनकी आदत बन गई है। क्रांति गौड़ ने बताया कि कैसे उनके भाई प्रधानमंत्री के बहुत बड़े प्रशंसक हैं, जिस पर प्रधानमंत्री ने तुरंत उनसे मिलने का खुला निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री ने उनसे देश भर की लड़कियों के लिये विशेष रूप से फिट इंडिया के संदेश को आगे बढ़ाने का आग्रह किया, उन्होंने मोटापे की बढ़ती समस्या पर चर्चा की और फिट रहने के महत्व पर प्रकाश डाला, उन्होंने उनसे अपने स्कूलों में जाकर वहां के युवा मस्तिष्कों को प्रेरित करने को भी कहा। प्रधानमंत्री ने अंत में पूरी टीम को भारत का गौरव बताया और कहा कि देश की यह बेटियां आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगी। विजयी टीम पर इनाम की बौछार बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने बताया कि बीसीसीआई विश्व कप जीतने पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम को सम्मान के तौर पर 51 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देगा, इसमें सभी खिलाड़ी, सहयोगी स्टाफ और राष्ट्रीय चयन समिति के सदस्य सम्मिलित हैं। बोर्ड ने बाद में बयान में कहा कि इस शानदार सफलता का सम्मान करने के लिए बीसीसीआई ने खिलाड़ियों, सहायक स्टाफ और चयन समिति के लिए 51 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है, जो देश की खेल की शान में उनके बेहतरीन प्रदर्शन, लगन और योगदान को देखते हुए दिया गया है। मध्य प्रदेश सरकार ने टीम की सदस्य क्रांति गौड़ को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए एक करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश की बेटी क्रांति गौड़ भी महिला विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं, मैं क्रांति को बधाई देना चाहता हूं और राज्य सरकार की ओर से छतरपुर की बेटी क्रांति को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा करता हूं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को भारत महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर को 1 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि देने का ऐलान किया। शिमला जिले के रोहड़ू क्षेत्र की रहने वाली रेणुका ठाकुर विश्व चैंपियन भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा रही हैं। मुख्यमंत्री ने खिताब जीतने पर रेणुका ठाकुर से फोन पर बात की, साथ ही उन्होंने पूरी भारतीय टीम को अपना पहला विश्व कप जीतकर इतिहास रचने के लिए बधाई दी। रियल एस्टेट कंपनी ओमैक्स लिमिटेड ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। रियल एस्टेट कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा कि ओमेक्स ने कौर को कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बनाया है। ओमेक्स ने कहा कि हरमनप्रीत कौर के साथ कंपनी की साझेदारी खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और ऐसे बुनियादी ढांचे का निर्माण करने के उसके दृष्टिकोण को मजबूत करती है, जो एथलीट के लिए उचित हो। हरमनप्रीत कौर ने कहा कि मुझे ब्रांड एम्बैसडर के रूप में ओमेक्स के साथ जुड़ने और एक ऐसी कंपनी के साथ आने से खुशी है, जो युवाओं को सशक्त बनाने व समुदायों को मजबूत करने का काम करती है। उत्तर प्रदेश की निवासी दीप्ति शर्मा को भी लगातार बधाइयां मिल रही हैं, उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने अपने एक्स् हैंडल से बधाई देते हुये बताया है कि उन्हेंप स्पोपर्ट्स कोटे के अंतर्गत पुलिस उपाधीक्षक नियुक्तय किया गया है, उन्होंडने एक्से पोस्टो में लिखा कि विश्व पटल पर उत्तर प्रदेश पुलिस का गौरव अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट में दीप्ति शर्मा ने टूर्नामेंट में 215 रन और 22 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनीं, पूरे देश, प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर गौरवान्वित किया। मुख्यशमंत्री योगी आदित्य नाथ जी की कुशल खिलाड़ी योजना के अंतर्गत स्पोर्ट्स कोटा में पुलिस उपाधीक्षक पद पर नियुक्त किया है। दीप्ति शर्मा को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई। दीप्ति शर्मा ने इस टूर्नामेंट में 215 रन और 22 विकेट लेकर दीप्ति शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया है। सूरत के डी खुशालदास ज्वैलर्स ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को विश्व चैंपियन बनने पर चांदी का बैट और स्टंप्स भेंट करने की घोषणा की है, इस हैंडमेड वर्क में राजस्थानी कारीगरी नजर आती है, जिसमें 340 ग्राम चांदी का इस्तेमाल किया गया है, इसका कुल वजन 3,818 ग्राम है। वोलवार्ट भी हैं प्रशंसा की पात्र दक्षिण अफ्रीका की कप्तान एल. वोलवार्ट ने रविवार को भारत के विरुद्ध महिला वनडे विश्व कप में अर्धशतकीय पारी के साथ इतिहास रच दिया, वह 50 से ज्यादा रनों की पारी खेलने वाली महिला बन गईं, इस मामले में उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज को पीछे छोड़ दिया। वोलवार्ट ने संघर्षपूर्ण मुकाबले में मात्र 45 गेंदों में कैरियर का 39वां और मौजूदा टूर्नामेंट का चौथा अर्धशतक पूरा किया, वे पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज से आगे निकल गई हैं। वोलवार्ट ने 14वीं बार 50 से ज्यादा स्कोर बनाया है, जबकि मिताली ने 36 पारियों में 13 बार यह कारनामा किया है, इस मामले में तीसरे स्थान पर न्यूजीलैंड की डेबी हॉकले हैं, जिन्होंने 43 पारियों में 12 बार 50 से ज्यादा रनों की पारियां खेली थीं, वहीं चौथे पायदान पर इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर चार्लोट एडवर्ड्स हैं, जिन्होंने 11 बार यह कारनामा किया है। वोलवार्ट एक विश्व कप संस्करण में पांच से ज्यादा बार 50 से ज्यादा रनों की पारी खेलने वाली संयुक्त रूप से चौथी बल्लेबाज बन गई हैं, इस मामले में उन्होंने डेबी हॉकले, एलिस पेरी की बराबरी कर ली है, दोनों ने क्रमश: 1988 और 2017 विश्व कप में पांच बार 50 से ज्यादा रन बनाये थे। वोलवार्ट पहले भी ऐसा कारनामा कर चुकी हैं, उन्होंने 2022 के संस्करण में भी पांच बार 50 रन का स्कोर बनाया था। (लेखक, दिल्ली से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक गौतम संदेश के संपादक हैं) ईएमएस / 07 नवम्बर 25