- रुपया-डॉलर विनिमय दर और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी बाजार की नजर मुंबई (ईएमएस)। इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की दिशा घरेलू और वैश्विक कारकों पर निर्भर करेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक विशेष रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और थोक मूल्य सूचकांक (डब्लयूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि ये आंकड़े महंगाई की दिशा और भारतीय रिजर्व बैंक की नीतिगत रणनीति का संकेत देंगे। सप्ताह के दौरान ओएनजीसी, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, टाटा स्टील और ऑयल इंडिया जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं। निवेशक और विश्लेषक इन परिणामों की मदद से स्टॉक्स की दिशा और कंपनी प्रदर्शन का आकलन करेंगे। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई)की गतिविधियां भी बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगी। इसके अलावा रुपया-डॉलर विनिमय दर और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों पर नजर रहेगी, जो ऊर्जा क्षेत्र और निवेश धारणा पर असर डाल सकती हैं। अमेरिका में कुछ विभागों के कामकाज ठप होने (शटडाउन) के कारण महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े नहीं जारी हो पा रहे हैं, जिससे वैश्विक निवेशकों में अनिश्चितता बनी हुई है। इसके अलावा अमेरिका, भारत और चीन के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति या बाधाएं भी बाजार पर असर डाल सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आगामी मुद्रास्फीति आंकड़े, एफपीआई प्रवाह, अमेरिकी शटडाउन और अंतरराष्ट्रीय व्यापार वार्ता के परिणाम बाजार की दिशा तय करेंगे। सतीश मोरे/09नवंबर ---