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10-Nov-2025
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प्रदूषण के बिगड़ते स्तर के बीच लोगों ने इंडिया गेट पर किया था प्रदर्शन नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक सुबह 7 बजे एक्यूआई 345 पर रहा। दिल्ली में प्रदूषण के बिगड़ते स्तर के बीच रविवार को दिल्ली में इंडिया गेट पर अभिभावकों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं समेत बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों जिनमें से कई बच्चों के साथ माताएं भी थीं, उन्होंने कहा कि वे स्वच्छ हवा सुनिश्चित करने के लिए सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर यहां जमा हुए थे। प्रमुख निगरानी केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर आनंद विहार-379, अशोक विहार-367, आईटीओ-376, चाँदनी चौक-360, ओखला फेज़-2-348, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम-316, आईजीआई हवाई अड्डा (टी3)-305, जहांगीरपुरी-389, लोधी रोड-314, नजफगढ़-335, रोहिणी-390, आरके पुरम-363, वाजीपुर-397 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं नोएडा में सेक्टर 62 में एक्यूआई-342, सेक्टर 1 में 325 और सेक्टर 116 में 339 दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क-3 और नॉलेज पार्क-5 में एक्यूआई का स्तर क्रमशः 316 और 314 दर्ज किया गया। इस बीच गुरुग्राम के सेक्टर 51 में एक्यूआई 327 दर्ज किया गया, जबकि फरीदाबाद के न्यू इंडस्ट्रियल टाउन और सेक्टर 11 में वायु गुणवत्ता का स्तर क्रमशः 230 और 238 रहा, जो तुलनात्मक रूप से बेहतर था। शून्य से 50 के बीच के एक्यूआई को अच्छा, 51-100 के बीच के एक्यूआई को संतोषजनक, 101-200 के बीच के एक्यूआई को मध्यम, 201-300 के बीच के एक्यूआई को खराब, 301-400 के बीच के एक्यूआई को बहुत खराब और 401-500 के बीच के एक्यूआई को अति गंभीर माना जाता है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी के उच्च स्तर पर बने रहने के बावजूद, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण 3 प्रतिबंधों को फ़िलहाल लागू नहीं करने का फैसला लिया है। दिल्ली का दैनिक औसत एक्यूआई दिन में गंभीर सीमा के करीब पहुंचने के बाद, जीआरएपी पर सीएक्यूएम की उप-समिति ने रविवार शाम वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की। पैनल के मुताबिक सुबह 10 बजे दिल्ली का प्रति घंटा औसत एक्यूआई 391 दर्ज किया गया, जो बाद में शाम 4 बजे तक सुधरकर 370 और शाम 5 बजे तक 365 हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के पूर्वानुमानों से पता चलता है कि आने वाले दिनों में समग्र वायु गुणवत्ता बिना किसी तीव्र गिरावट के बहुत खराब श्रेणी में रहने की संभावना है। मामूली सुधार और पूर्वानुमान के रुझानों को देखते हुए उप-समिति ने एनसीआर में मौजूदा चरण 1 और चरण 2 के उपायों को जारी रखने और इस स्तर पर चरण 3 के प्रतिबंधों को लागू नहीं करने का फैसला लिया। पैनल ने कहा कि वह स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहा है और समय-समय पर वायु गुणवत्ता की समीक्षा करेगा। जीआरएपी चरण 3 में गैर-ज़रूरी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाया गया है। चरण 3 के तहत कक्षा 5 तक की कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में स्थानांतरित करना जरुरी है। अभिभावकों और छात्रों के पास जहां भी उपलब्ध हो, ऑनलाइन शिक्षा चुनने का विकल्प है। चरण 3 के तहत दिल्ली और आसपास के एनसीआर जिलों में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल कारों का उपयोग प्रतिबंधित है। विकलांग व्यक्तियों को इससे छूट दी गई है। सर्दियों में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में जीआरएपी के तहत प्रतिबंध लागू होते हैं, जो वायु गुणवत्ता को चार चरणों में वर्गीकृत करता है - चरण 1 खराब, एक्यूआई 201-300, चरण 2 बहुत खराब, एक्यूआई 301-400, चरण 3 गंभीर, एक्यूआई 401-450, और चरण 4 गंभीर प्लस, एक्यूआई 450 से ऊपर। प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियां, वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन, धान की पराली जलाने, पटाखों और अन्य स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के कारण सर्दियों में दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता का स्तर खतरनाक हो जाता है। सिराज/ईएमएस 10नवंबर25