एनडीए को 145-160 सीटें,महागठबंधन को 73-91 मिलने का अनुमान पटना/नई दिल्ली (ईएमएस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए मतदान पूरा हो गया है। इस चरण में 3 करोड़ 70 लाख से अधिक मतदाता 122 सीटों पर 1302 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद कर चुके हैं। इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार के आधा दर्जन से अधिक मंत्री भी शामिल हैं। ईवीएम की खराबी, हंगामा, मारपीट, बहिष्कार के बावजुद वोटिंग ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दूसरे चरण में 67.14 फीसदी मतदान हुआ है। वहीं सभी एग्जिट पोल्स में एनडीए को बहुमत मिलने का अनुमान है। एनडीए को 145-160 सीटें,महागठबंधन को 73-91 मिलने का अनुमान है। हालांकि 14 नवंबर को होने वाली मतगणना में ही साफ होगा कि राज्य में किस गठबंधन की सरकार बनेगी। बिहार चुनाव के दूसरे चरण में 45,399 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए, जिनमें से 40,073 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में हैं। कुल मतदाताओं में 1.75 करोड़ महिलाएं हैं। हिसुआ सीट (नवादा) में सबसे अधिक 3.67 लाख मतदाता हैं, जबकि लौरिया, चनपटिया, रक्सौल, त्रिवेणीगंज, सुगौली और बनमखी में प्रत्याशियों की संख्या सबसे ज्यादा (22-22) है। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 121 सीटों के लिए मतदान हुआ था, जिसमें 65 प्रतिशत से अधिक पोलिंग दर्ज हुई थी। दूसरे चरण में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज सहित नेपाल सीमा से सटे जिलों में मतदान हुआ। सुरक्षित और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए राज्यभर में चार लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। दूसरे चरण में ज्यादातर सीटें सीमांचल क्षेत्र की हैं, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है, जिससे यह चरण एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों के लिए अहम बन गया। प्रमुख उम्मीदवारों में जेडीयू के वरिष्ठ नेता बिजेंद्र प्रसाद यादव (सुपौल), भाजपा के प्रेमेंद्र कुमार (गया टाउन), रेनू देवी (बेतिया), नीरेज कुमार सिंह (छातापुर), लेशी सिंह (धमदाहा), शीला मंडल (फुलपरस) और जमा खान (चैनपुर) शामिल हैं। जमुई में दो समुदायों में झड़प, ईंट-पत्थर चले जमुई विधानसभा क्षेत्र के झुंडों गांव में मतदान के दौरान दो समुदायों के बीच विवाद मारपीट और पत्थरबाजी में बदल गया। आरोप है कि मतदान केंद्र संख्या 381 और 382 पर पोलिंग पार्टी के एक अधिकारी ने पैसे लिए, जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे बंधक बनाने की कोशिश की। इस पर दूसरे समुदाय के लोग नाराज हो गए और झड़प शुरू हो गई। पत्थरबाजी में विशाल कुमार नामक युवक घायल हो गया। घटना में कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि एक समुदाय ने घर में घुसकर तोडफ़ोड़ की। मौके पर निर्वाचन पदाधिकारी सह एसडीओ सौरभ कुमार, एसडीपीओ सतीश सुमन,खैरा थाना अध्यक्ष और बीडीओ दल-बल के साथ कैंप कर रहे हैं। सेकेंड फेज की बड़ी घटनाएं -अरवल वोटिंग के दौरान हार्ट अटैक से पीठासीन पदाधिकारी अरविंद कुमार की मौत हो गई। -शिवहर और बेलसंड के तारियानी में अलग-अलग बूथों पर गड़बड़ी के आरोप में 13 लोगों को हिरासत में लिया गया। -बेतिया में पैसे बांट रहे राजद के दो समर्थकों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। पुलिस दोनों को थाने ले गई। -बगहा में 19 बूथों पर सिर्फ 1 वोट पड़ा। 15 हजार से ज्यादा लोगों ने वोट बहिष्कार किया। -अररिया में बीजेपी और कांग्रेस समर्थक भिड़ गए। बीजेपी वालों ने पटककर मारने की धमकी दी। -नवादा के हिसुआ से भाजपा प्रत्याशी अनिल सिंह को धरिया गांव के लोगों ने खदेड़ दिया। -रोहतास में पंचायत भवन की मांग को लेकर लोगों का वोट बहिष्कार। -जमुई में वोटिंग के दौरान दो समुदाय में झड़प हुई। ईंट-पत्थर चले। पुलिस ने मामला शांत कराया। -जहानाबाद के बूथ संख्या 220 में दो गुटों के बीच झड़प हो गई। इसमें 4 लोग घायल हो गए। -रोहतास में जदयू प्रत्याशी नागेंद्र चंद्रवंशी अपनी गाड़ी पर जदयू का झंडा लगाकर नोखा विधानसभा क्षेत्र में घूमते नजर आए। -मोतिहारी में 10 लोगों को फर्जी वोट डालने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। -मोतिहारी में वोटिंग में बाधा डालने के आरोप में एक पोलिंग एजेंट रंजन कुमार को गिरफ्तार किया गयाद्य -सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर में जदयू के पोलिंग एजेंट पर एफआईआर दर्ज। -जमुई के चकाई विधानसभा में बूथ नंबर 145 पर ईवीएम खराब होने की वजह से 5 घंटे तक वोटिंग प्रक्रिया रूकी रही। -बांका के कटोरिया में बूथ -76 में डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुई वोटिंग। एग्जिट पोल्स...महिला वोट नीतीश के साथ जमीन पर नीतीश कुमार का असर है। भाजपा का संगठन उसकी ताकत है। महिला वोट एनडीए और नीतीश के साथ बना हुआ है। महिला वोट नीतीश के साथ है। सरकार ने 1.21 करोड़ महिलाओं को 10-10 हजार रुपए डिस्ट्रीब्यूट किए हैं। ये बिहार की कुल महिला वोटर का 35 प्रतिशत हैं। भारत में एक परिवार में तीन वोटर माने जाते हैं। 1.21 करोड़ महिलाओं के हिसाब से देखें, तो ये योजना 3.63 करोड़ वोटर्स पर असर करेगी। बिहार में कुल 7.4 करोड़ वोटर हैं, यानी ये स्कीम आधे वोटर बेस पर असर करती है। नीतीश कुमार अब भी काफी लोकप्रिय हैं, खासकर महिलाओं के बीच। पुरुष वोटर्स में कुछ शिकायतें हैं कि नीतीश कुमार की सेहत ठीक नहीं है, लेकिन महिलाएं उन्हें पसंद करती हैं। उन्होंने नीतीश की स्कीम को 10 हजारिया नाम दिया है। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान समाप्त होने के बाद आए एग्जिट पोल में अलग-अलग सर्वे एजेंसियां बिहार में अगली सरकार को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। एग्जिट पोल में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर आ रहा है, जबकि महागठबंधन 73 से 91 सीटों पर आगे नजर आ रहा है। प्रशांत किशोर की जन सुराज के कैंडिडेट 3 सीटों पर कड़े मुकाबले में हैं और पार्टी का खाता खुल सकता है। उधर, असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम सिर्फ एक सीट पर सिमट सकती है। राजद-कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो रहा है। महागठबंधन के डिप्टी सीएम कैंडिडेट मुकेश सहनी का खाता खुलना भी मुश्किल नजर आ रहा है। वहीं कई बड़ी सीटों पर उलटफेर की स्थिति नजर आ रही है। इनमें डिप्टी सीएम विजय सिन्हा की सीट लखीसराय, मैथिली ठाकुर की अलीनगर, तेजप्रताप यादव की महुआ, रामकृपाल यादव की दानापुर और सम्राट चौधरी की तारापुर सीट पर फिलहाल कड़ी टक्कर नजर आ रही है। एग्जिट पोल 2025 एजेंसी एनडीए महागठबंधन जनसुराज अन्य मैट्रीज आईएएनएस 147-167 70-90 - 2-6 पीपल्स पल्स 133-159 75-101 0-5 2-8 जेवीसी पोल 135-150 88-103 0-1 3-6 पीपल्स इनसाइट 133-148 87-102 0-2 2-8 चाणक्य स्ट्रैटजीज 130-138 100-108 - 3-5 पोलस्ट्रैट 133-148 87-102 - 3-5 पोल डायरी 184-209 32-49 - 1-5 प्रजा पोल एनालिटिक्स 186 50 - 0-7 टीआईएफ रिसर्च 145-163 76-95 - 3-6