फरीदाबाद,(ईएमएस)। दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। जांचकर्ताओं ने अब चौथी संदिग्ध सिल्वर रंग की मारुति ब्रेजा कार को फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी की पार्किंग से बरामद कर लिया है। एनआईए और एटीएस की टीमें मौके पर पहुँचीं, जबकि बम निरोधक दस्ता और फॉरेंसिक विशेषज्ञ वाहन की गहन जांच में जुटे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, यह ब्रेजा डॉ. उमर नबी के नेटवर्क से जुड़ी मानी जा रही है, जो 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए ब्लास्ट का मुख्य आरोपी है। यह कार डॉ. शाहीन के नाम पर पंजीकृत है, वही व्यक्ति जिसकी एक और कार में छापेमारी के दौरान असॉल्ट राइफल बरामद हुई थी। जांच में अब तक चार वाहन सामने आए मारुति स्विफ्ट : डॉ. शाहीन के नाम पर, फरीदाबाद से बरामद; इसमें असॉल्ट राइफल मिली थी। सफेद आई-20 : डॉ. उमर नबी चला रहा था, इसी में धमाका हुआ था। लाल रंग की इकोस्पोर्ट : खंदावली के पास मिली; इसकी जांच जारी है। सिल्वर ब्रेजा : अब अल-फलाह यूनिवर्सिटी की पार्किंग से बरामद। फरीदाबाद पुलिस ने यूनिवर्सिटी कैंपस को अस्थायी रूप से सील कर दिया है। बम स्क्वॉड ने क्षेत्र को घेरकर सुरक्षा घेरे में ले लिया। पुलिस प्रशासन यूनिवर्सिटी से यह जानकारी जुटा रहा है कि यह कार कब और किसने पार्क की थी। जांच एजेंसियों को शक है कि इस वाहन का इस्तेमाल विस्फोटकों की सप्लाई या लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए किया गया था। सीसीटीवी फुटेज में उमर की नई झलक इसी बीच जांच एजेंसियों के हाथ धमाके वाले दिन का नया सीसीटीवी फुटेज लगा है। इसमें उमर नबी को बदरपुर बॉर्डर टोल प्लाजा से दिल्ली में प्रवेश करते और बाद में रामलीला मैदान के पास की एक मस्जिद के बाहर घूमते हुए देखा जा सकता है। फुटेज में वह सफेद हुंडई आई20 चला रहा है, जो बाद में विस्फोट में इस्तेमाल हुई। वीडियो में वह टोल बूथ पर रुककर नकद भुगतान करता है। अधिकारियों ने बताया कि उमर बार-बार कैमरे की ओर देख रहा था, जिससे लगता है कि वह सतर्क था और उसे एजेंसियों की तलाश की जानकारी थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कार की पिछली सीट पर एक बड़ा बैग दिख रहा है, जिसमें संभवतः विस्फोटक सामग्री थी। बाद में रामलीला मैदान के पास एक और कैमरे में उमर नबी का चेहरा साफ कैद हुआ है, जिससे उसकी पहचान पक्की मानी जा रही है। हिदायत/ईएमएस 13नवंबर25