नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के रूस दौरे में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात करने वाले है। विदेश मंत्री जयशंकर रूस दौरे से पहले दोहा, कतर में थे, जहाँ उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग की वर्तमान स्थिति और भविष्य के राजनीतिक कार्यक्रमों की समीक्षा करना। दिसंबर में होने वाले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे की तैयारी और समीक्षा करना। एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन), ब्रिक्स, संयुक्त राष्ट्र, और जी20 के भीतर सहयोग पर चर्चा करना। एससीओ राष्ट्राध्यक्ष परिषद की बैठक (17-18 नवंबर) को लेकर चर्चा करना, जिसके लिए जयशंकर एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए मास्को पहुंचे हैं। भारत-रूस संबंधों की वर्तमान स्थिति पर ध्यान केंद्रित करना और राजनीतिक सहयोग के भविष्य के रास्तों की रूपरेखा तैयार करना। पिछली मुलाकातें और घटनाक्रम अगस्त 2025 (पिछला दौरा): एस. जयशंकर ने 19-21 अगस्त 2025 तक रूस का दौरा किया था और आईआरआईजीसी-टीईसी (भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग) के 26वें सत्र की सह-अध्यक्षता की थी। उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन, प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की थी। अक्टूबर (पीएम मोदी और पुतिन): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने फोन पर बात की थी और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई थी। पीएम मोदी ने पुतिन को 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत में स्वागत करने की उत्सुकता व्यक्त की थी। सितंबर (एससीओ शिखर सम्मेलन, तियानजिन): दोनों नेताओं ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की थी। उन्होंने यूक्रेन की स्थिति सहित क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर चर्चा की थी। राष्ट्रपति पुतिन ने आखिरी बार 2021 में भारत का दौरा किया था। आशीष दुबे / 17 नवंबर 2025