(सूरत) सवा दो लाख की डायमंड वॉच–ज्वेलरी छोड़कर युवक साधना के मार्ग पर -सूरती हीरा उद्योगपति का 18 वर्षीय पुत्र जश मेहता 23 नवंबर को लेंगे दीक्षा सूरत (ईएमएस)। हीरा नगरी सूरत, जो अपनी भौतिक सम्पन्नता, वैभव और आलीशान जीवनशैली के लिए जानी जाती है, वहीं से त्याग और वैराग्य की एक अनोखी मिसाल सामने आई है। शहर के प्रसिद्ध हीरा उद्योगपति जतिन मेहता के 18 वर्षीय पुत्र जश मेहताने भौतिक सुख-सुविधाओं को त्यागकर संयम के कठिन मार्ग पर चलने का निर्णय लिया है। जश मेहता को महंगे ब्रांडेड चश्मों, लेटेस्ट आईफोन और क्रिकेट के साथ-साथ ओरिजिनल डायमंड ज्वेलरी एवं सवा दो लाख की डायमंड वॉच का विशेष शौक था। वैभव से भरपूर जिंदगी जीने वाले जश अब यह सब त्यागकर मोक्षमार्ग की ओर अग्रसर हो रहे हैं। आने वाली 23 नवंबर को सूरत के पाल क्षेत्र में एक बड़े दीक्षा समारोह का आयोजन किया गया है। जश मेहता जैन आचार्य भक्तियोगाचार्य आचार्य भगवंत यशोविजयसूरी महाराज साहेब की निश्रा में दीक्षा ग्रहण कर संयम जीवन की शुरुआत करेंगे। धनाढ्य परिवार में पले-बढ़े जश की हर इच्छा और शौक पूरे किए जाते थे। जश मेहता के पास सवा लाख की मूल्यवान डायमंड वॉच, डायमंड-गोल्ड ज्वेलरी, महंगे ब्रांडेड चश्मे, और लेटेस्ट आईफोन थे। कक्षा 10 में 75% अंक हासिल करने वाले जश का मन पढ़ाई से अधिक आध्यात्मिकता की ओर आकर्षित होने लगा। बोर्ड परीक्षा के बाद वे आचार्य महाराज साहेब के संपर्क में आए और कुछ समय उनके साथ विहार में रहे। इसी दौरान उन्हें भौतिक सुखों की नश्वरता का बोध हुआ। “मुझे लक्ज़री घड़ियाँ और ज्वेलरी बहुत पसंद थीं, लेकिन धीरे-धीरे महसूस हुआ कि ये चीजें मेरे साथ हमेशा नहीं रहेंगी। फिर इनका इतना मोह क्यों?” परिवार का समर्थन: पिता ने कहा—‘हम गर्व महसूस करते हैं’। एक ऐसे पिता के लिए, जिसने अपने बेटे का हर महंगा शौक पूरा किया हो, यह निर्णय स्वीकारना आसान नहीं था। फिर भी जश के पिता जतिन मेहता ने कहा कि वे अपने पुत्र के इस निर्णय से बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। चेतना/17 नवंबर