क्षेत्रीय
17-Nov-2025
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भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल में बीते चार दिनो से जारी आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन सोमवार सुबह दुआ-ए-खास के साथ हुआ। इस मौके पर मौलाना साद साहब ने बयान के बाद दुआ करवाई। दुआ से पहले दी गई अपनी तकरीर में उन्होनें एक बार फिर दीन की रोशनी में सभी को खुदा के बताये रास्ते पर चलने और अपने रब द्वारा बंदो को दुनियां में भेजने का मकसद बताते हुए सारी जिंदगी उस पर अमल करने की बात कही। बयान में उन्होनें नसीहत करते हुए कहा की दुनिंया में सबसे बेहतर इंसान वहीं है, जिसने यहॉ रहते हुए ऐसे आमाल किये जिससे उसका रब राजी हो जाये और उसके नेक कामो से राजी होकर रब मौत के बाद उसका मकाम जन्नत में अता करे। - 30 मिनट तक सन्नाटे के बीच गुजंती रही आमीन की सदायें आलमी तबलीगी इज्तिमा के आखिरी दिन सोमवार को सुबह 10.30 बजे दुआ ए खास होने की जानकारी एक दिन पहले ही दे दी गई थी। जिसके चलते अलसुबह से ही लोगों का इज्तिमागाह पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। मौलाना साद साहब ने बयान के बाद दुआ ए खास की शुरुआत की। इस दौरान करीब 13 लाख से अधिक लोगों ने दुआ में शिरकत कर एक साथ आमीन कहा। दुआ के दौरान हमेशा चहल-पहल और रुहानी तकरीरो से आबाद रहने वाली इज्तिमा गाह में दुआ के शुरु होते ही पूरी तरह सन्नाटा छा गया। खामोशी के दुआ ए खास और आमीन की आवाजो का सिलसिला करीब 30 मिनट तक जारी रहा। सुबह करीब 10.24 बजे शुरू हुई दुआ करीब 10.54 बजे तक जारी रही। - मांगी गई सारे आलम में मौजूद इंसानियत पर रहम की दुआ दुआ ए खास के दौरान मौलाना साद साहब ने पहले अरबी में दुआ की। इसके बाद मौजूद मजमे को जोड़ते हुए उर्दू में दुआओं का निजाम चला। इस दौरान अपने रब से जाने-अनजाने में किये गये गुनाहों की माफी और सारे आलम में मौजूद इंसानियत पर रहम फरमाने की दुआ की गई। मौलाना साद साहब ने दुआ में मुसलमानों को हक पर कायम रहने की तौफीक देने और उम्मत के दिलों में रहमत और नरमी पैदा होने के लिए भी दुआ की। उन्होंने मांगा की सारे मूलमानो को अपने रसूल मोहम्मद के बताये रास्ते और उनकी सुन्नतों पर चलने वाला बना, हमारे सब्र को मंजूर फरमा। इसके साथ ही बीमारों को शिफा, बेऔलादो को औलाद अता फरमाने के, सबकी मुश्किलें दूर करने और रहमतें बरकमें नाजिल फरमाने की दुआ मांगी गई। इस दौरान आयोजन स्थल से लेकर कई किलोमीटर तक सड़क, खेत और घरों में बैठे लोगों ने आमीन कहा। - 30 हजार लोगो ने संभाली इंतेजामो की कमान इज्तिमा स्थल के इंतेजामो को 30 हजार लोगों ने संभाला इनमें 25 हजार वॉलंटियर्स इज्तिमा कमेटी के रहे, जबकि 5 हजार अमला नगर निगम, प्रशासन और पुलिस बल से जुड़ा है। ये टीमें लगातार सफाई, सुरक्षा, ट्रैफिक और पंडाल व्यवस्था को संभालती नजर आई। वहीं दमकल टीम भी हर समय इज्तिमा स्थल पर मौजूद रही। लाखो की भीड़ के चलते प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात दोनों स्तरों पर खास रणनीति बनाई थी। इज्तिमा स्थल की ओर आने वाले प्रमुख मार्गों पर पुलिस, होमगार्ड और ट्रैफिक स्टाफ तैनात है। वहीं भीड़ को देखते हुए कई रूट डायवर्स किये गये अतिरिक्त पार्किंग और पैदल मार्गों को भी पहले से ही व्यवस्थित किया गया था। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी अतिरिक्त टिकट काउंटर, एटीवीएम मशीनें और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। जुनेद / 17 नवंबर