:: 35 हजार लोगों के सामूहिक भोजन का वर्ल्ड रिकॉर्ड; रेसकोर्स रोड के समीप मार्ग का नामकरण :: इंदौर (ईएमएस)। देश में अपनी तरह के अद्भुत और अनुपम 6 दिवसीय भगवान पार्श्वनाथ प्रतिष्ठा महोत्सव का सोमवार को भव्य समापन हुआ। इस आयोजन में 55,000 से ज्यादा सर्व समाज जनों की सहभागिता ने सामाजिक समरसता का संदेश दिया। मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के अध्यक्ष जय सिंह जैन और सचिव शैलेश अंबोर ने इस आयोजन को इंदौर का गौरव बताया। इस अद्भुत और अनोखे आयोजन में 35,000 लोगों को एक साथ एक स्थान पर बैठकर भोजन करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना। जैन परंपराओं के अनुसार मंदिर परिसर में बिजली और माइक का उपयोग नहीं किया गया और रोजाना अलग-अलग थीम पर मंदिर परिसर को 5,000 से ज्यादा दीपों की जगमग रोशनी से सजाया गया था। सोमवार को अंतिम दिन अल सुबह कड़ाके की सर्दी में 5.45 मिनट पर आचार्य जी और संघ की अगुवाई में द्वारों उद्घाटन हुआ, जिसके बाद दिनभर अनेक धार्मिक आयोजन हुए। सोमवार को आचार्य विजय जया नंद सुरीश्वर जी और आचार्य विजय दिव्या नंद सुरीश्वर जी की अगुवाई में भगवान को वेदी पर विराजित करने के बाद पहली बार मंदिर में द्वारों उद्घाटन किया गया। दोपहर में गुरुपाद पूजन और 70 भेदी पूजन में सैकड़ों समाज जनों की सहभागिता रही। शाम को भव्य 5 हजार दीपों से नवनिर्मित जिनालय में रोशनी की गई। मूलनायक भगवान मनमोहन पार्श्वनाथ सहित कुल 7 नवनिर्मित मकराना मार्बल की प्रतिमाओं को जिनालय में विराजित करवाया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सुराणा ने बताया कि यह आयोजन श्वेतांबर जैन समाज में अद्वितीय रहा, जिसने सामाजिक समरसता और सर्वधर्म समभाव के लिए इंदौर का नाम देशभर में गौरवान्वित किया। इस आयोजन में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित अनेक गणमान्य लोगों की सहभागिता रही। श्वेतांबर जैन समाज में देश के सबसे युवा जय सिंह जैन को भामाशाह सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही, रेसकोर्स रोड के समीप का मार्ग इंदौर नगर निगम के द्वारा भगवान पार्श्व नाथ मनमोहन के नाम किए जाने से हर्ष का माहौल बना हुआ है। प्रकाश/17 नवम्बर 2025