नई दिल्ली (ईएमएस)। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह खाली पेट या भोजन के बाद केले के साथ थोड़ी सी काली मिर्च पाउडर लेने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और पेट से जुड़ी कई समस्याओं से राहत मिलती है। दोनों का मेल न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि शरीर को अंदर से मजबूत और दिमाग को तेज भी बनाता है। वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि केला फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है, जबकि काली मिर्च में मौजूद पाइपेरिन तत्व शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण की क्षमता को बढ़ाता है। जब ये दोनों साथ खाए जाते हैं, तो यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और कब्ज, गैस या पेट फूलने जैसी आम परेशानियों को दूर करता है। केला प्राकृतिक शुगर जैसे ग्लूकोज और फ्रुक्टोज का अच्छा स्रोत है, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। काली मिर्च इस ऊर्जा को शरीर में तेज़ी से फैलाने में मदद करती है। यही वजह है कि कई फिटनेस प्रेमी वर्कआउट से पहले केले और काली मिर्च का सेवन एक प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर के रूप में करते हैं। यह लंबे समय तक थकान को दूर रखता है और शरीर को सक्रिय बनाए रखता है। वजन नियंत्रित रखने में भी यह जोड़ी फायदेमंद मानी जाती है। केले में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे ज्यादा खाने की इच्छा कम होती है। वहीं, काली मिर्च शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है और थर्मोजेनेसिस की प्रक्रिया को सक्रिय करती है, जिससे कैलोरी तेजी से बर्न होती हैं। यह बिना किसी साइड इफेक्ट के वजन घटाने में मदद कर सकता है। हड्डियों के लिए भी केले और काली मिर्च का मेल बेहद लाभकारी है। केले में मौजूद मैग्नीशियम और पोटैशियम हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, जबकि काली मिर्च में पाया जाने वाला मैंगनीज बोन डेंसिटी यानी हड्डियों की घनत्व को बढ़ाने में सहायक होता है। इससे उम्र बढ़ने पर भी हड्डियों की मजबूती बनी रहती है। मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका सकारात्मक असर देखा गया है। केले में पाया जाने वाला ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड शरीर में जाकर सेरोटोनिन में बदलता है, जो दिमाग को शांत और तनावमुक्त रखता है। केला विटामिन सी और बी6 से भरपूर होता है, जबकि काली मिर्च में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। यह सर्दी-जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों से बचाव के साथ-साथ शरीर को ऊर्जावान और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। काली मिर्च इन पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित होने में मदद करती है, जिससे मूड बेहतर होता है और चिड़चिड़ापन कम होता है। इसके अलावा, यह संयोजन रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है। सुदामा/ईएमएस 19 नवंबर 2025