नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल के बल्ले से पिछले कुछ समय से रन नहीं आ रहे। एकदिवसीय सीरीज में भी वह बड़ी पारी नहीं खेल पाये थे। इसी को लेकर पूर्व सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद ने कहा है कि शुभमन गिल पर टेस्ट और एकदिवसीय दोनो की कप्तानी के कारण काफी अधिक दबाव है और इसका प्रभाव उनकी बल्लेबाजी पर पड़ रहा है। इसी कारण उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत की हार के बाद अलग प्रारुप में अलग कप्तान बनाने की मांग की थी। पहले टेस्ट में वह केवल 3 गेंद खेलने के बाद ही गर्दन की जकड़न के कारण बाहर चले गये थे। उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया और वो मैच में आगे खेलने नहीं उतरे। वह दूसरी पारी में भी नहीं उतर पाये। ऐसे में उनका दूसरे टेस्ट में खेलना संदिग्ध है। टीम प्रबंधन उन्हें उतारने से पहले कार्यभार प्रबंधन भी करना चाहता है। इसका कारण है कि कप्तान पर काम का बढ़ता बोझ बढ़ता जा रहा है। वह आईपीएल के बाद से ही सभी प्रारूपों में लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्हें टेस्ट कप्तान बनाया गया और उन्होंने भारत को इंग्लैंड में पांच मैच की सीरीज 2-2 से बराबर कराने में सहायता की मुकुंद ने कहा, ‘‘घरेलू मैदान पर हर कोई भारत से जीत की उम्मीद करता है। इससे और अधिक दबाव बना जाता है। शुभमन में सभी प्रारुपों में का कप्तान बनने की क्षमता है पर अभी सभी प्रारुपों में अलग-अलग कप्तान होने चाहिये। उसी से लाभ होगा। शुभमन गिल को अभी टेस्ट की ही कप्तानी करने दें। ’’ गिरजा/ईएमएस 19 नवंबर 2025