चंडीगढ़,(ईएमएस)। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के वॉन्टेड भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत डिपोर्ट किया गया है। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और मुंबई में बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में वांछिंत अनमोल बिश्नोई भारत से भाग गया था। इसके लिए उसे पासपोर्ट से लेकर अन्य जरुरी दस्तावेज तैयार कराने पड़े। ये दस्तावेज बनाने के पीछे भी कुछ लोग मददगार थे। अनमोल का फर्जी पासपोर्ट हरियाणा के फरीदाबाद के एड्रेस पर बनाया गया था और इसमें अनमोल बिश्नोई ने अपना नाम भानु प्रताप और पिता का नाम राकेश और माता का नाम सुमित्रा देवी बताया था। इसमें प्लेस ऑफ बर्थ हरियाणा बताया गया और फरीदाबाद के सेक्टर 82 का एड्रेस दिया गया था। हालांकि, बाद में पुलिस ने जांच करते हुए कई एजेंट्स को गिरफ्तार किया था। जांच में फेक पासपोर्ट बनाने में सबसे अहम किरदार साथी कर्मवीर का आया था। दरअसल, साल 2022 में सबसे पहले पंजाब पुलिस की एंट्री गैंगस्टर टास्क फ़ोर्स ने ही सुरक्षा एजेंसी को अनमोल के फेक पासपोर्ट के बारे में जानकारी और कई इनपुट शेयर किए थे। तब पता चला था कि सिद्धू मूसे वाला की मर्डर के करीब एक महीने पहले ही सारी प्लानिंग और सेटिंग कर अनमोल बिश्नोई फेक पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया था। अनमोल बिश्नोई और सचिन फेक पासपोर्ट के जरिए पहले कनिया पहुंचे थे और उसके बाद वहां से अमेरिका गए थे। पुलिस ने सिद्धू मूसे वाला मर्डर मामले में भी जो चार्जशीट दाखिल की गई है, उसमें अनमोल बिश्नोई और सचिन का नाम का जिक्र है और दावा किया है कि उसने सिद्धू मूसे वाला मर्डर की सारी प्लानिंग की थी। गौरतलब है कि अनमोल बिश्नोई पर एनआईए ने भी 10 लाख का इनाम रखा था और लगातार इसकी तलाश की जा रही थी। 12 अक्टूबर 2024 को मुंबई में बाबा सिद्दीकी का मर्डर किया गया था और लॉरेंस गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। इस मामले में पुलिस ने हरियाणा के कैथल के हरीश कुमार और गुरमेल सिंह, उत्तर प्रदेश से धर्मराज कश्यप और पुणे से प्रवीण नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनकी पूछताछ में सामने आया था कि वह सभी बदमाश जीशान अख्तर के टच में थे और जिस समय बाबा सिद्द्दीकी को गोली मारी गई थी, जीशान वहां पर मौजूद था। जीशान अख्तर अनमोल का बहुत खास है और बाबा सिद्ध की को गोली मारने के बाद जीशान अख्तर ने अनमोल बिश्नोई को उस समय की फोटोग्राफ भी शेयर की थी कि वह मर चुका है। वीरेंद्र/ईएमएस/19नवंबर2025