राष्ट्रीय
20-Nov-2025
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-साल 2017 में इस खतरे के बारे में मेटा को किया गया था अलर्ट नई दिल्ली,(ईएमएस)। वॉट्सऐप की एक खामी के चलते दुनियाभर के करीब सभी यूजर्स के फोन नंबर लीक हो गए। चौंकाने वाली बात यह है कि साल 2017 में इस खतरे के बारे में मेटा को अलर्ट किया गया था। सिक्योरिटी रिसर्चर्स के मुताबिक एक आसान सी ट्रिक का इस्तेमाल करके वे वॉट्सऐप पर 350 करोड़ फोन नंबर को ऐक्सेस कर पा रहे थे। रिसर्च करने वाले एक ग्रुप ने बताया कि वे वॉट्सऐप के कॉन्टैक्ट डिस्कवरी में हर पॉसिबल नंबर को चेक करने की इस आसान ट्रिक जरिए, मैसेजिंग सर्विस पर उन्हें 3.5 अरब यूजर्स के फोन नंबर का ऐक्सेस मिल गया था। इनमें से करीब 57 फीसदी यूजर्स के लिए उन्होंने पाया कि वे उनके प्रोफाइल फोटो तक पहुंच सकते थे और 29 फीसदी यूजर के प्रोफाइल पर लिखे टेक्स्ट तक को वे पढ़ सकते थे। 2017 में एक दूसरे रिसर्चर ने वॉट्सऐप को इस खामी की जानकारी दी थी। मेटा इसके बाद भी वॉट्सऐप के ब्राउजर आधारित ऐप की मदद से रिसर्चर्स के कॉन्टैक्ट सर्च रिक्वेस्ट्स की स्पीड या संख्या को सीमित नहीं कर पाया। इसी कारण रिसर्चर हर घंटे करीब सौ मिलियन नंबरों को आसानी से चेक कर पा रहे थे। इस खामी की वजह से रिसर्चर्स ने 3.5 अरब ऐक्टिव वॉट्सऐप अकाउंट्स का एक विशाल ग्लोबल डेटाबेस तैयार किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यह खामी गलत हाथों में पड़ जाती, तो इतिहास का सबसे बड़ा डेटा लीक हो सकता था। रिसर्चर्स के मुताबिक वॉट्सऐप का कॉन्टैक्ट सर्च फीचर यूजर्स के फोन की फोनबुक को सिंक करने और लोगों को सर्च करना आसान बनाने के लिए डिजाइन किया है और इसने अनजाने में यूजर डेटा की बड़े पैमाने पर लीक का रास्ता खोला है। मेटा ने इस खामी को स्वीकार कर लिया है। हालांकि यह संकेत दिया कि यह एक डिजाइन से जुड़ा फैसला था, जिसे नजरअंदाज कर दिया गया। वॉट्सऐप के इंजीनियरिंग वाइस प्रेसिडेंट ने कहा कि यह स्टडी स्ट्रेस-टेस्टिंग और नए बचावों की इमिडिएट एफिकेसी को कन्फर्म करने में काफी मददगार रहा। हमें इस वेक्टर का गलत इस्तेमाल करने वाले मलीशियस ऐक्टर्स का कोई सबूत नहीं मिला है। बता दें वॉट्सऐप के डिफॉल्ट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की बदौलत यूजर के मेसेजेस प्राइवेस और सिक्योर रहे और रिसर्चर्स के लिए कोई भी नॉन-पब्लिक डेटा उपलब्ध नहीं था। रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटा को ऐप को ठीक करने और रेट लिमिट लागू करने में करीब छह महीने लगे। सिराज/ईएमएस 20नवंबर25