राष्ट्रीय
20-Nov-2025
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सीएम पद की लड़ाई, कर्नाटक में कम नहीं हो रहा राजनीतिक संकट बेंगलुरु,(ईएमएस)। कर्नाटक में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। राज्य की राजनीति में कांग्रेस दो फाड़ में नजर आ रही है। सीएम पद के लिए शीर्ष के दो नेताओं के बीच फिर से विवाद शुरु हो गया। एक तरफ डीके शिवकुमार 2023 में पार्टी की जीत के बाद अलाकमान के वादों के तहत खुद को सीएमए बनाने की मांग कर रहे हैं, तो दूसरी ओर वर्तमान सीएम सिद्धरमैया इशारों में पद पर बने रहने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आए। डीके शिवकुमार ने अपने समर्थकों से इशारों में कहा कि वह पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। उन्होंने सीएम सिद्धरमैया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोई भी स्थायी नहीं हो सकता…। वहीं, सिद्धरमैया ने भी पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चिंता मत कीजिए, विधानसभा में अगला वित्त बजट मैं ही पढ़ूंगा। बता दें 2023 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त देकर कांग्रेस सत्ता में आई थी। चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस की दुश्वारियां और भी बढ़ गईं। पार्टी के दो कद्दावर नेता मुख्यमंत्री पद के लिए लड़ रहे थे। तब कांग्रेस ने सिद्धारमैया को चुना। उनको राज्य में हाशिए पर पड़े समुदायों और अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल था। इसके अलावा पार्टी में एक बहुत बड़े विधायकों का वर्ग उनको समर्थन दे रहा था। हालांकि, कांग्रेस डीके के दम पर बीजेपी को शिकस्त देने में कामयाब रही तो उनको कम नहीं आंका जा सकता था। उनको डिप्टी सीएम और राज्य कांग्रेस का प्रमुख बना दिया। हालांकि, मध्यस्थता करने वाले कांग्रेस रणदीप सुरजेवाला ने वादा किया था ढाई साल बाद सीएम पद बदलेगा। उनके वादे के मुताबिक इसी महीने ढाई साल पूरा हो रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का संकेत देते हुए सिद्धरमैया ने बुधवार को कहा कि वह अगले साल अपना रिकॉर्ड 17वां बजट पेश करेंगे। वह एलजी हवानूर द्वारा प्रथम पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने की स्वर्ण जयंती पर आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। सिद्धरमैया ने कहा कि जब मैं पहली बार वित्त मंत्री बना था, तो एक अखबार ने लिखा था, यह सिद्धरमैया सौ भेड़ें भी नहीं गिन सकता, वह कर्नाटक के वित्त मंत्री के रूप में कैसे काम करेगा। मैंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकारा...मैंने 16 बजट पेश किए हैं और अब 17वां बजट भी पेश करूंगा। वहीं बुधवार को एक कार्यक्रम में शिवकुमार ने कहा कि मैं पार्टी अध्यक्ष पर स्थायी रूप से नहीं रह सकता…साढ़े पांच साल हो चुके हैं और मार्च में छह साल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं एक मिसाल कायम करने की कोशिश कर रहा हूं। कोई भी स्थायी नहीं हो सकता। अगले मुख्यमंत्री के रूप में अपने नाम का ऐलान करने वाले नारों के बीच अपने समर्थकों से कहा कि चिंता मत करों मैं लाइन में पहले नंबर पर हूं। सिराज/ईएमएस 20नवंबर25 ----------------------------------