अंतर्राष्ट्रीय
21-Nov-2025
...


डबलिन,(ईएमएस)। 21 फरवरी 1968 को लंदन के किलबर्न इलाके में आयरिश प्रवासी समुदाय के बीच आयरिश मीनी का ताबूत एक जुलूस के रूप में ले जाया गया और बाद में एक बिल्डर के यार्ड में जमीन के अंदर दफन कर दिया गया। ताबूत फोम से ढका हुआ था और उसमें हवा, भोजन और पेय पदार्थों की आपूर्ति के लिए विशेष पाइप लगाए गए थे, ताकि वह लंबे समय तक अंदर जीवित रह सके। मिक मीनी का लक्ष्य था—टेक्सास के दफन कलाकार बिल व्हाइट का 55 दिनों का रिकॉर्ड तोड़ना, जो खुद को ‘जीवित लाश’ कहकर ऐसे स्टंट कर मशहूर हो गए थे। मीनी के जीवन का यह रोमांचक सफर अब एक डॉक्यूमेंट्री जिंदा दफन में फिर उभरकर सामने आया है, जिसे आयरिश-भाषा के टीवी चैनल टीजी-4 पर प्रदर्शित किया जा रहा है। निर्देशक डेयर कॉलिन्स की इस फिल्म में मीनी के परिवार, दोस्तों और उस समय की दुर्लभ फुटेज को शामिल किया गया है, जिससे इस अविश्वसनीय घटना को फिर जीवंत किया गया है। 22 अप्रैल 1968 को 61 दिन पूरे होने पर ताबूत निकाला गया और लोगों की भीड़ के बीच मीनी मुस्कुराते हुए बाहर आए। उन्होंने खुद को दुनिया का नया चैंपियन बताया, लेकिन यह खुशी ज्यादा समय टिक नहीं सकी। कथित तौर पर आयोजकों ने उनका आर्थिक रूप से शोषण किया और न वादा किया गया विश्व दौरा हुआ, न ही स्पॉन्सरशिप मिली। गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने भी उनके कारनामे को आधिकारिक रूप से दर्ज नहीं किया। बाद में मीनी ने साधारण नौकरी कर अपना जीवन बिताया और 2003 में उनका निधन हो गया। उनकी बेटी आज भी गर्व के साथ कहती हैं कि उनके पिता ने भले ही धन नहीं कमाया, लेकिन उन्होंने दुनिया को एक ऐसा असाधारण कारनामा दिखाया जिसे भुलाया नहीं जा सकता। उनकी बेटी मैरी मीनी बताती हैं कि उनके पिता एक मेहनतकश आयरिश मजदूर थे, जो अपनी गरीबी दूर करने और परिवार की मदद करने के सपने लिए विदेश में काम करते थे। मजबूत कद-काठी वाले मीनी कभी बॉक्सर बनना चाहते थे, लेकिन एक गंभीर चोट ने उनका सपना तोड़ दिया और वे लंदन में सुरंग खोदने का काम करने लगे। एक बार काम के दौरान वे थोड़ा समय मलबे के नीचे दब गए, इसी घटना ने उनके मन में लंबे समय तक दफन रहने का रिकॉर्ड बनाने की सनक भर दी। माइकल ‘बट्टी’ सुगरू नामक आयोजक ने उनका साथ दिया और पब में आयोजित एक प्रतीकात्मक शोकसभा के बाद उन्हें ताबूत में बंद कर दफन कर दिया गया। अंदर एक छोटा टेलीफोन लगाया गया था जिससे वह पत्रकारों और मशहूर लोगों से बात करते रहते थे। मीनी ने ताबूत में रहते हुए अपनी दिनचर्या भी बनाई सुबह उठना, व्यायाम करना, पढ़ना और लोगों से बातचीत करना। वीरेंद्र/ईएमएस 21 नवंबर 2025