राज्य
21-Nov-2025
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यह उपवास आत्ममंथन और जनता के संदेश को भीतर से समझने की कोशिश पटना,(ईएमएस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एक भी सीट हासिल नहीं करने वाले जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर शुक्रवार से 24 घंटे का मौन उपवास खत्म किया। पश्चिम चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम में गुरुवार सुबह 11 बजे शुरू हुआ उनका मौन शुक्रवार 11 बजे खत्म हो गया। यह उपवास विरोध नहीं, बल्कि आत्ममंथन और जनता के संदेश को भीतर से समझने की कोशिश का हिस्सा बताया जा रहा है। बेतिया में गुरुवार की रात पीके पूरे समय धरना स्थल पर ही बैठे रहे। थकान के कारण वे बैठे-बैठे ही सो गए। सुबह उन्हें उसी अवस्था में झपकी लेते देखा गया। जन सुराज के नेताओं ने बताया कि चुनावी नतीजों के बाद संगठन की दिशा पर लगातार मंथन के बीच उन्होंने यह शांतिपूर्ण उपवास करने का फैसला लिया था। 243 सीटों पर लड़ी जन सुराज चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत सकी। इतना ही नहीं उसके 98 फीसदी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। मढ़ौरा सीट पर पार्टी दूसरे नंबर पर जरूर रही, लेकिन वहां भी जीत हासिल नहीं हुई। राज्यभर में पार्टी करीब 2फीसदी वोट शेयर पर सिमट गई। रोहतास जिले की उनकी खुद की विधानसभा करगहर में भी पार्टी सिर्फ 7.42फीसदी वोट हासिल कर सकी। प्रशांत किशोर ने हार की जिम्मेदारी ली थी। इसी दौरान एक सवाल पर वे भड़क गए थे। रिपोर्टर ने उनके पुराने बयान जेडीयू को 25 से ज्यादा सीटें मिलीं तो राजनीति छोड़ देंगे की याद दिलाई तो पीके ने कहा कि वे किसी पद पर नहीं हैं कि उसे छोड़ें। उधर जन सुराज नेता और भोजपुरी अभिनेता रितेश पांडे ने आरोप लगाया कि राज्य में वोट खरीदे गए और बिहारियों की अस्मिता के साथ खिलवाड़ हुआ। उन्होंने कहा कि पीके ने ईमानदारी की राजनीति की कोशिश की, पर लोकतंत्र में सबसे घृणित हथकंडे अपनाए गए। प्रशांत किशोर अब मौन तोड़ने के बाद आगे की रणनीति पर संकेत दे सकते हैं। सिराज/ईएमएस 21नवंबर25 ----------------------------------