-मैनहट्टन द्वीप जितना बड़ा, नासा ने की तस्वीर जारी, यह कोई एलियन नहीं वाशिंगटन,(ईएमएस)। नासा ने तीसरे कंफर्मड इंटरस्टेलर धूमकेतु 3आई/एटलस की नई तस्वीरें जारी की है। यह धूमकेतू अमेरिका के मैनहट्टन द्वीप जितना बड़ा है। नासा ने बताया कि इसकी उम्र हमारी सौरमंडल से भी पुरानी हो सकती है! यह धूमकेतु 2,46,000 किलोमीटर प्रति घंटा यानी 153,000 मील/घंटा की रफ्तार से चल रहा था। नासा ने बीते महीने मंगल ग्रह के पास से गुजरते हुए इसकी तस्वीरें ली थीं। नासा के मंगल ऑर्बिटर मावेन और हेराइस कैमरे ने इसे कैद किया था। यूरोपियन स्पेस एजेंसी और नासा के सोहो ने भी मिड-अक्टूबर में इसकी तस्वीर ली थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह तस्वीर जारी की गई। स्पेस एजेंसी के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर के कैमरे और उसके मावेन मार्स ऑर्बिटर इंस्ट्रूमेंट्स ने अक्टूबर की शुरुआत में इस कॉमेट की तस्वीर को कैप्चर किया था। इस समय 3आई/एटलस 18.6 और 35 मिलियन मील की दूरी से मंगल के पास से गुजरा था। नासा के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर अमित क्षत्रिय ने साफ किया कि सबसे पहले अफवाहें खत्म कर दें। यह कॉमेट है, बिल्कुल कॉमेट जैसा दिखता और व्यवहार करता है। ये कोई एलियन स्पेसशिप नहीं है! लेकिन यह हमारी सौरमंडल से बाहर का है, इसलिए वैज्ञानिकों के लिए बेहद रोमांचक है। नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप ने बताया कि इसके कोमा यानी गैस-धूल का बादल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बेहद ज्यादा है। सूर्य से इतनी दूरी पर कभी नहीं देखी गई। पानी की तुलना में कार्बन डाइऑक्साइड का अनुपात अब तक के किसी धूमकेतु में सबसे ऊंचा है। वैज्ञानिक मानते हैं कि यह किसी कार्बन डाइऑक्साइड समृद्ध क्षेत्र में बना या तेज रेडिएशन के संपर्क में रहा। 1 जुलाई को हवाई के एटलस ऑब्जर्वेटरी ने इसे खोजा था। इसलिए इसका नाम 3आई/एटलस पड़ गया। यह मानव इतिहास का तीसरा कंफर्म्ड इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट और दूसरा इंटरस्टेलर कॉमेट हैं। इसका आकार 400 मीटर से 5.6 किमी तक अनुमानित है। अभी यह सूर्य से दूर जा रहा है, लेकिन 2031 में फिर वापस आएगा। नासा ने कहा कि हमारे सौरमंडल के धूमकेतुओं से बिल्कुल अलग है। सबसे रोमांचक बात है कि क्या यह ब्रह्मांड के किसी कोने से आया प्राचीन रहस्य खोलेगा? सिराज/ईएमएस 22 नवंबर 2025