क्षेत्रीय
22-Nov-2025
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- यह है सायबर ठगो को नया तरीका - पुलिस विभाग ने जारी की एडवायजरी भोपाल(ईएमएस)। देश की राजधानी दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद साइबर ठगों और अपराधियों ने नया खेल शुरु कर दिया है। जालसाज़ खुद को एटीएस और एनआईए अधिकारी बताकर आपका नाम दिल्ली धमाके में शामिल होने का कहते हुए अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसी घटनाओ से बचने के लिये साइबर क्राइम, पुलिस कमिश्नरेट भोपाल ने एडवाइजरी जारी लोगो से जागरुक रहने की अपील की है। * इस तरह डराकर फंसाते है जाल में विभाग द्वारा जारी एडवायजरी में बताया गया है, हाल ही में साइबर ठगों ने नया तरीका अपनाया है, वे खुद को एटीएस/एनआईए अधिकारी बताकर लोगों को कॉल करते हैं। फोन रिसीव होने पर वह कहते है की आपका नाम नंबर दिल्ली धमाके या आतंकवादी गतिविधियों में आया है। यह पूरी तरह से फर्जी और ठगी का प्रयास है। ऐसे कॉल्स से सावधान रहें और किसी भी स्थिति में अपनी व्यक्तिगत जानकारी या पैसे किसी को न दें। * इस तहर कर सकते है खतरे की पहचान एडवायजरी में जानकादी दी गई है कि ठग व्हॉट्सएप कॉलिंग कर खुद को फर्जी एटीएस, एनआईए अधिकारी बताते हैं। और फिर आपका फोन नंबर दिल्ली धमाके या आतंकवादी गतिविधियों में आने का डर दिखा कर डिजिटल अरेस्ट या केस से बचने के नाम पर पैसे मांगते हैं। शातिर जालसाज फर्जी आईडी कार्ड या लोगो दिखाकर भरोसा दिलाने की कोशिश करते हैं। जबकि एटीएस-एनआईए या अन्य सरकारी एजेंसियां कभी फोन पर अरेस्ट करने की धमकी नहीं देती और न ही पैसो की मांग करती है। इसलिये इस बात का हमेशा ध्यान रखें। * इससे बचने के यह है उपाय एडवायजरी में बताया गया है की ऐसे जालसाजो से बचने के लिये सबसे पहले तो इस तरह के आने वाले किसी भी कॉल पर तुरंत विश्वास न करें। न ही अपने आधार, पैन, बैंक डिटेल्स, ओटीपी जैसी निजी जानकारी शेयर करें। आरोपियो के डर या दबाव में पैसे ट्रांसफर न करें इस तरह का कॉल आने पर उस कॉल को रिकॉर्ड करें और तुरंत ही इसकी सूचना भोपाल सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 9479990636 या राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर दें। जुनेद / 22 नवंबर