नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय रसोई में मौजूद कुछ मसाले डायबिटीज बीमारी को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। ऐसे ही एक मसाले का नाम दालचीनी है। दालचीनी को डायबिटीज के मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद बताया है। डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जो शरीर को धीरे-धीरे प्रभावित करती है। मंत्रालय के अनुसार, दालचीनी की चाय न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करती है। दालचीनी में मौजूद सक्रिय तत्व इंसुलिन की क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे शरीर ग्लूकोज को बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर पाता है। नियमित रूप से दालचीनी की चाय पीने से ब्लड शुगर का स्तर स्थिर रहता है और अचानक बढ़ने या घटने की समस्या कम होती है। इसके अलावा, दालचीनी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में भी मदद करती है। इससे हृदय रोग का खतरा कम होता है, जो शुगर के मरीजों में आम देखा जाता है। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं, जो शरीर में सूजन को घटाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि दालचीनी की चाय बनाना बेहद आसान है। इसके लिए एक कप पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर या एक छोटी दालचीनी की छड़ी डालकर 5 से 10 मिनट तक उबालें। उबालने के बाद इसे छानकर गर्म-गर्म पिया जा सकता है। स्वाद के लिए इसमें शहद या नींबू भी मिलाया जा सकता है। हालांकि, दालचीनी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, लेकिन इसे दवा का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। मधुमेह के मरीजों को नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और डॉक्टर की सलाह का पालन करना बेहद जरूरी है। दालचीनी का सेवन दवा के साथ किया जा सकता है, लेकिन दवा बंद नहीं करनी चाहिए। गर्भवती महिलाएं और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोग इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। सुदामा/ईएमएस 25 नवंबर 2025