* 8–9 जनवरी 2026 के दौरान आयोजित सम्मेलन और प्रदर्शनी में प्रमुख उद्योग, सरकारी एजेंसियाँ व उद्यमी होंगे शामिल अहमदाबाद (ईएमएस)| गुजरात सरकार ने कच्छ तथा सौराष्ट्र अंचल के लिए वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (वीजीआरसी) के द्वितीय संस्करण की घोषणा की है, जो आगामी 8 से 9 जनवरी, 2026 के दौरान राजकोट में आयोजित होगा। इस कॉन्फ्रेंस के साथ ही 8 से 9 जनवरी, 2026 के दौरान उसी स्थल पर वाइब्रेंट गुजरात रीजनल एग्जीबिशन (वीजीआरई) भी आयोजित होगा; जो समग्र कच्छ तथा सौराष्ट्र क्षेत्र के उद्योगों, एमएसएमई, सरकारी संस्थाओं एवं उद्यमियों के लिए एक उच्च प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा। द्वितीय वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस सिरामिक्स, इंजीनियरिंग, बंदरगाह एवं लॉजिस्टिक्स, मत्स्योद्योग, पेट्रोरसायन, कृषि एवं खाद्य प्रंस्करण, खनिज सहित प्रमुख विकास क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करेगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य रणनीतिक भागीदारी, पॉलिसी सपोर्ट तथा निवेशकों के सहयोग द्वारा गुजरात के पश्चिमी पट्टे में समाविष्ट विकास तथा टिकाऊपन को सुनिश्चित करने के साथ औद्योगिक विकास को वेग देना है। उल्लेखनीय है कि उत्तर गुजरात में आयोजित प्रथम कॉन्फ्रेंस को असाधारण सफलता मिली थी; जिसमें 18000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र को समाविष्ट किया गया था, छह थीमेटिक पैवेलियन बनाए गए थे, 170 से अधिक एमएसएमी सहित 410 से अधिक एग्जीबिटर्स ने हिस्सा लिया था और इस कॉन्फ्रेंस में 80000 से अधिक मुलाकाती आए थे। आगामी समय में आयोजित होने वाली वीजीआरसी का उद्देश्य अधिक बड़ा एवं अधिक प्रभावशाली कार्यक्रम आयोजित करना है। कच्छ तथा सौराष्ट्र क्षेत्र में आयोजित होने वाली कॉन्फ्रेंस में 6 अत्याधुनिक डोम के साथ 20000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र को समाविष्ट किया जाएगा; जिसमें क्षेत्रीय प्रदर्शनी, नवीनीकरण प्लेटफॉर्म तथा बिजनेस नेटवर्किंग अवसरों का समावेश होगा। इस एग्जीबिशन में एग्रो, फूड प्रोसेसिंग एवं फिशरीज, रिन्यूएबल एनर्जी, इंजीनियरिंग, बंदरगाह एवं लॉजिस्टिक्स, हथकरघा एवं हस्तकला, रसायन एवं पेट्रोरसायन, बैंक एवं वित्तीय संस्थाएँ तथा शिक्षा संस्थाएँ सहित उच्च विकास क्षेत्रों की अग्रणी कंपनियाँ और संस्थाएँ भाग लेंगी। इसके अतिरिक्त; ऊर्जा एवं पेट्रोरसायन विभाग, कृषि विभाग, गुजरात ऊर्जा विकास एजेंसी, गुजरात खनिज विकास निगम, वन विभाग, गुजरात मैरीटाइम बोर्ड, शिक्षा विभाग, गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यटन विभाग तथा स्टार्टअप इनक्यूबेटर्स जैसे अनेक प्रमुख सरकारी विभाग और एजेंसियाँ भी इस एग्जीबिशन में भाग लेंगे। क्राफ्ट विलेज तथा बड़ी संख्या में एमएसएमई की भागीदारी से इस क्षेत्र की समृद्ध कौशल परंपरा तथा उद्यमिता उजागर होंगे। वीजीआरई 2026 का मुख्य आकर्षण वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम, रिवर्स बायर-सेलर मीट तथा उद्यमी मेला होंगे; जिसका उद्देश्य मार्केट में नए अवसर सृजित करना तथा स्थानीय एमएसएमई, कारीगरों व हथकरघा एवं हस्तकला व्यवसायों को वैश्विक खरीदारों के साथ जोड़ने में सहायता करना है। मुलाकातियों के अनुभव को समृद्ध बनाने एवं भागीदारी बढ़ाने के लिए दैनिक लकी ड्रॉ भी आयोजित किया जाएगा। अपेक्षा है कि कच्छ तथा सौराष्ट्र के शीर्षस्थ उद्योगपति, उद्यमी, कृषि-व्यवसाय विशेषज्ञ, एमएसएमई, शैक्षणिक संस्थाएँ, कारीगर तथा महिला उद्यमी इस प्रदर्शनी में सहभागी होंगे। उनकी उपस्थिति से वीजीआरई सहयोग, नवीनता तथा क्षेत्रीय आर्थिक विकास के लिए एक शक्तिशाली प्लेटफॉर्म बनेगा। वीजीआरई राज्य में समावेशी विकास, निवेश को प्रोत्साहन देने, एमएसएमई को मजबूत बनाने और हर क्षेत्र में श्रेष्ठता को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। सतीश/25 नवंबर