राष्ट्रीय
26-Nov-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। आयुष मंत्रालय ने अंकुरित चनों को डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे बेहतर नाश्ते के रूप में सुझाया है। डायबिटीज ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीजों को खानपान और नाश्ते को लेकर विशेष सतर्कता बरतनी पड़ती है। अंकुरित चने स्वाद में उत्कृष्ट होने के साथ-साथ पोषण और स्वास्थ्य का खजाना भी हैं। यह सस्ता, आसानी से उपलब्ध और शरीर के लिए बेहद फायदेमंद प्राकृतिक भोजन है। अंकुरित चने शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में भी मदद करते हैं। अंकुरण की प्रक्रिया में चनों में पोषक तत्व कई गुना बढ़ जाते हैं। इनमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह नाश्ता धीरे-धीरे पचता है और शुगर लेवल को अचानक बढ़ने से रोकता है। अंकुरित चनों में मौजूद फाइबर ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करता है, जिससे खाना खाने के बाद शुगर तेजी से नहीं बढ़ता। कार्बोहाइड्रेट धीरे-धीरे टूटते हैं, जिससे दिनभर ऊर्जा बनी रहती है। कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होने से भूख भी कम लगती है, जो मोटापा घटाने और डायबिटीज को नियंत्रित करने में मददगार है। इसके अलावा, फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है। अंकुरित चनों में मौजूद आयरन इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। अंकुरित चने बनाना बेहद आसान है। इसके लिए रातभर काले चनों को पानी में भिगोएं। सुबह पानी निकालकर गीले कपड़े में बांधकर 8-10 घंटे रखें, ताकि अंकुर निकल आए। इसके बाद इसमें सेंधा नमक, कसा हुआ अदरक, नींबू का रस और थोड़ी काली मिर्च मिलाकर सेवन करें। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि नियमित रूप से अंकुरित चने का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान के समान है। यह न केवल शुगर को नियंत्रित रखता है, बल्कि पूरे शरीर को ऊर्जावान और स्वस्थ बनाता है। सुदामा/ईएमएस 26 नवंबर 2025