28-Nov-2025
...


रुतुराज , रजत और रिंकू में से किसी एक को नंबर तीन पर मिल सकता है मौका मुम्बई (ईएमएस)। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की 2-0 से हार के बाद अब टीम में बदलाव तय है। इसके तहत ही घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे कुछ खिलाड़ियों को टीम में जगह मिल सकती है। चयन समिति तीसरे नंबर के बल्लेबाज के लिए घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों रुतुराज गायकवाड़, रजत पाटीदार और रिंकू सिंह में से किसी एक को शामिल कर सकती है। भारतीय टीम पिछले काफी समय से नंबर तीन के लिए बल्लेाज नहीं तलाश पायी है। पहले करुण नायर और उसके बाद साई सुदर्शन को इस नंबर पर आजमाया गया था पर दोनो ही असफल रहे हैं। था पर वह असफल रहे। सुदर्शन ने 11 पारियों में 27 की औसत से रन बनाये हैं। उपमहाद्वीप की पिचों पर स्पिन गेंदबाजों के सामने वह सहज नहीं रहे हैं। उन्हें टेस्ट मैचों के लिए तैयार होने के लिए घरेलू क्रिकेट और भारत ए के साथ समय बिताने की जरूरत है। ऐसे में चयन समिति के पास बदलावा के अलावा कोई रास्ता नहीं हैं। लाल गेंद के नए खिलाड़ियों में स्मरण रविचंद्रन का प्रथम श्रेणी औसत 78 और यश राठौड़ का पिछले रणजी सत्र में 960 रन रहा है। उन्होंने ने मध्यक्रम में अच्छा प्रदर्शन किया है। जहां तक नंबर तीन का सवाल है तो रुतुराज गायकवाड इस स्थान के लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं। उन्होंने अभी तक 43 प्रथम श्रेणी मैच में 45 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं। वह इस सत्र में पहले ही दो शतक और रणजी ट्रॉफी में 90 से अधिक की औसत से रन बना चुके हैं। वह तीसरे स्थान के लिए सही मानसिकता वाले खिलाड़ी नजर आते हैं। दूसरा नाम रजत पाटीदार का है, जिनका टेस्ट मैचों में पहला प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका औसत भी 45 से अधिक है और वह भारतीय मध्य क्रम को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। एक और खिलाड़ी रिंकू सिंह है जिन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में लगभग 60 की औसत से रन बनाए हैं। वहीं एक एक पूर्व चयनकर्ता ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि एक बार फिर से रणनीति बनाई जाए और ऑलराउंडरों के बजाय विशेषज्ञ खिलाड़ियों पर भरोसा किया जाए। उन्होंने कहा, ‘‘वहीं ऑलराउंडर नितीश रेड्डी में निरंतरता की कमी है। वह ज़्यादा से ज़्यादा टी20 खेल सकते हैं, एकदिवसीय नहीं कोच को ये बात समझनी होगी। रेड्डी का 10 टेस्ट मैचों में बल्लेबाजी औसत 26 है, जो मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया में लगाए गए शतक के कारण है। उन्होंने 15 पारियों में केवल 86 ओवर गेंदबाजी की है, जो औसतन छह ओवर प्रति पारी भी नहीं है। वर्तमान समय में भारत को नंबर तीन पर एक मजबूत बल्लेबाज की जरूरत है। इसके अलावा उसे नंबर पांच पर भी एक अच्छे रिजर्व बल्लेबाज की जरूरत है। गिरजा/ईएमएस 28 नवंबर 2025