राष्ट्रीय
28-Nov-2025


भोपाल,(ईएमएस)। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के प्रसिद्ध भीमकुंड आश्रम से जुड़ी है, जहाँ के महंत शंकर शरण दास (62) ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। महंत शंकर शरण दास ने आठ साल पहले यह पद संभाला था। महंत के भाई धर्मेंद्र दुबे और पुजारी संतोष मिश्रा सहित उनके परिवार ने महंत की आत्महत्या के लिए निम्नलिखित लोगों और कारणों को जिम्मेदार ठहराते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार ने नारायण आचार्य और कमलनयन पर लगातार मानसिक प्रताड़ना और झूठे मुकदमों में फंसाने की कोशिश का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इन परेशानियों के कारण महंत तनाव में थे। परिजनों ने बताया कि शनिवार को भी आश्रम में 10-12 लोगों ने तोड़फोड़ की थी, जिसकी शिकायत महंत ने थाने में दर्ज कराई थी। इतना ही नहीं मामले में आश्रम में खाना बनाने वाली महिला रजनी तिवारी पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। परिवार का दावा है कि महिला पूर्व गद्दीदारों के दबाव में महंत को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही थी। महिला ने महंत पर छेड़खानी और गलत हाथ लगाने के झूठे आरोप एक स्थानीय चैनल पर लगाए थे, जिससे महंत अत्यधिक दबाव में थे। परिवार का दावा है कि इसी मानसिक प्रताड़ना और ब्लैकमेलिंग के दबाव में आकर महंत ने यह आत्मघाती कदम उठाया। वहीं पुलिस ने मामले में महंत का सागर स्थित बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद, परिजन उनके पार्थिव शरीर को रुहावन लेकर चले गए, जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया जाता है कि शंकर शरण दास भीमकुंड सहित दो आश्रमों के महंत थे। पुलिस मामले की जाँच कर रही है। आशीष दुबे / 28 नवबंर 2025