क्षेत्रीय
28-Nov-2025


उल्हासनगर, (ईएमएस)। उल्हासनगर के कैंप नंबर 4, सेक्शन 29 में आरजीएस स्कूल इलाके में एक महीने से लोगों पर हमला कर रहा एक आवारा कुत्ता आखिरकार मनपा प्रशासन के जाल में फंस गया। हर दिन दो-तीन लोगों पर हमला कर आतंक फैलाने वाले इस कुत्ते ने बुधवार को आरजीएस स्कूल की एक टीचर को काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की चेतावनी के बाद कि अगर प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो बड़ा हादसा हो जाएगा, मनपा प्रशासन ने तुरंत एक टीम भेजकर कुत्ते को पकड़ लिया। इस प्रकार एक महीने में 50 लोगों को काटने वाले इस आवारा कुत्ते के आतंक का आखिरकार अंत हो गया। मालूम हो कि कैंप नंबर 4, सेक्शन 29 के आरजीएस स्कूल इलाके में पिछले एक महीने से एक आवारा कुत्ता स्थानीय लोगों के लिए आतंक का कारण बना हुआ था। दिनदहाड़े लोगों पर हमला करने वाले इस कुत्ते ने इलाके में महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, जॉगिंग करने वाले युवाओं और गाड़ी चलाने वालों को असुरक्षित कर दिया था। लगभग हर दिन दो से तीन लोगों पर हमला होता था और एक महीने में 50 से ज़्यादा लोगों को काटने के बाद भी मनपा प्रशासन की कोई कार्रवाई न होने से लोग नाराज़ थे। बुधवार सुबह इस कुत्ते ने अचानक आरजीएस स्कूल की एक टीचर को काट लिया। वह गंभीर रूप से घायल हो गईं और उनके पैर में छह टांके लगाने पड़े। इस घटना के बाद स्कूल के टीचरों, विद्यार्थियों और अभिभावकों में डर का माहौल बन गया। गुस्साए लोगों ने एक बार फिर मनपा प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की। लोगों की लगातार शिकायतों, लोगों के गुस्से और टीचर के गंभीर रूप से घायल होने की घटना के बाद आखिरकार मनपा प्रशासन नींद से जागी। प्राणी मित्र विभाग ने तुरंत संज्ञान लिया और एक स्पेशल टीम मौके पर भेजी। करीब डेढ़ घंटे की मिली-जुली कोशिशों के बाद आखिरकार उस कुत्ते को पकड़ लिया गया। कुत्ते को सुरक्षित पकड़कर उसे दूसरी जगह ले जाया गया। कुत्ते के पकड़े जाने की जानकारी मिलते ही आरजीएस स्कूल कैंपस, कॉलोनी, दुकानों और इलाके के लोगों में राहत और सुकून का माहौल बन गया। अभिभावकों ने मनपा प्रशासन का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अब वे अपने बच्चों को सुरक्षित स्कूल भेज सकते हैं। हालांकि टीचर के घायल होने की घटना गंभीर है, लेकिन एक और बड़ा हादसा टल जाने से लोग धीरे-धीरे शांत हो रहे हैं। इस मामले में, लोगों को उम्मीद है कि मनपा सिर्फ तुरंत एक्शन लेने के बजाय लंबे समय के उपाय लागू करेगा। लोगों ने स्कूल कैंपस, किंडरगार्टन और पब्लिक जगहों पर रेगुलर ज़ू-फ्रेंडली पेट्रोलिंग, आवारा कुत्तों के लिए वैक्सीनेशन और कंट्रोल कैंपेन चलाने की भी मांग की है। हालांकि कुत्ते का आतंक आखिरकार खत्म हो गया है, लेकिन इस पूरे मामले ने एक बात सामने लाई है कि ऐसी घटनाओं में लोगों की सुरक्षा के लिए तुरंत जवाब और जिम्मेदार प्रशासन ज़रूरी है। लोगों की चेतावनी और दिखाई गई एकता ने आज इलाके को बड़ी राहत दी है। संतोष झा- २८ नवंबर/२०२५/ईएमएस