क्षेत्रीय
28-Nov-2025


मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी कमिश्नर एवं कलेक्टर्स को दिए निर्देश नर्मदापुरम (ईएमएस)। प्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में गीता भवन बनने हैं जिन जिलों में पूर्व से ही गीता भवन बने हैं उनकी सूची बनाकर शासन को उपलब्ध कराई जाए एवं जिन जिलों में गीता भवन नहीं है वहां संबंधित कलेक्टर गीता भवन बनाने का प्लान तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजें। मुख्य सचिव ने कहां की गीता भवन बनाने के लिए वर्ष 2025-26, वर्ष 2026 --27 एवं वर्ष 20 27 --28 मैं बनाए जाने वाले गीता भवन की सभी एस्टीमेट तैयार कर स्वीकृति हेतु शासन को भिजवाया जाए। उन्होंने कहा कि स्वीकृति के पश्चात सभी गीता भवन शत प्रतिशत बना दिए जाएंगे। मुख्य सचिव शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र, स्वास्थ्य एवं पोषण, रोजगार, उद्योग एवं निवेश, नगरीय विकास, सुशासन, शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा विविध विषयों पर प्रदेश के सभी संभाग के कमिश्नर एवं सभी जिलों के कलेक्टर्स को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कानून व व्यवस्था की स्थिति की भी समीक्षा की। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश के ग्वालियर भोपाल मंडीदीप एवं सिंगरौली में अत्यधिक वायू प्रदूषण हो गया है, जगह-जगह डस्ट है। उन्होंने कहा कि डस्ट का उचित निराकरण किया जाए और इसके लिए एक व्यवस्थित प्लान भी तैयार किया जाए। अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाए जाएं। डस्ट को उड़ने से बचाया जाए। उन्होंने कहा कि वाहनो से भी प्रदूषण हो रहा है। प्रदेश में 5 लाख दो पहिया एवं चार पहिया सर्टिफाइड वाहन है लेकिन अभी तक मात्र दो प्रतिशत ही वाहन मालिकों ने अपने वाहन से होने वाले प्रदूषण को चेक कराया है। उन्होंने कहा कि सभी वाहन मालिक वाहनों से होने वाले प्रदूषण को अनिवार्य रूप से चेक कराए। मुख्य सचिव ने सिकल सेल एनीमिया के संबंध में सभी कलेक्टर्स को निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों की स्कैनिंग कर सिकल सेल एनीमिया का परीक्षण किया जाए साथ ही सिकल सेल के जो मरीज चिन्हित हुए हैं। उनको पर्याप्त उपचार दिया जाए। मुख्य सचिव ने पीएम गति शक्ति योजना की समीक्षा की और कहां की कई जगह कनेक्टिविटी की समस्या है, जहां-जहां समस्या है वहां वहा पर कलेक्टर दूरसंचार विभाग से संपर्क कर समस्या का निराकरण कराए। उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर प्रशासनिक स्तर पर समस्या है वहां पर भी समस्या का निराकरण प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने आईएमआर और एम एम आर की रोकथाम ना करने के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि यह प्रदेश के लिए धब्बा है, कि हम अपने मातृ एवं शिशु मृत्‍यु दर को ठीक नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर कुपोषण की समस्या को दूर करें। उन्होंने कहा कि इसमें कलेक्टर अपनी सतत मॉनिटरिंग कर स्थिति में अपेक्षित सुधार लाएं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान आयुक्त कार्यालय के एनआईसी कक्ष में नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी, पुलिस महानिरीक्षक मिथिलेश कुमार शुक्ला, डीआईजी प्रशांत खरे, संयुक्त आयुक्त विकास जीसी दोहर, तथा कलेक्टर कार्यालय के एनआईसी कक्ष में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु जैन सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे। राजीव अग्रवाल / 28 नवम्बर, 2025