गुना (ईएमएस) | खाद वितरण केंद्र पर लाइन में लगी एक आदिवासी महिला किसान की दुखद मृत्यु के बाद, गुना जिले में खाद संकट और कालाबाजारी को लेकर गुस्सा फूट पड़ा है। शुक्रवार को सवर्ण आर्मी ने हनुमान चौराहे पर उग्र प्रदर्शन किया और खाद में व्याप्त कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन को एक कड़ा ज्ञापन सौंपा। संगठन ने आरोप लगाया कि मोहन यादव सरकार की अव्यवस्था और सरकारी लापरवाही के चलते आदिवासी बहन भूरिया बाई सहरिया की मृत्यु हुई है, जो दो दिन तक कडक़ड़ाती ठंड में खाद के इंतजार में लाइन में खड़ी रहीं और उन्हें अंत समय में एंबुलेंस तक नहीं मिली। सवर्ण आर्मी ने इस घटना को प्राकृतिक मौत नहीं, सरकारी लापरवाही से हुई हत्या करार दिया। सवर्ण आर्मी गुना ने कलेक्टर के नाम जिला प्रशासन को दिए ज्ञापन में कहा कि गुना जिले की चारों विधानसभाओं (गुना, बमोरी, चाचौड़ा, राघौगढ़) में खाद की समस्या विकराल रूप ले चुकी है, जबकि विधायक पन्नालाल शाक्य, जयवर्द्धन सिंह और ऋषि अग्रवाल भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं। प्रमुख माँगें: कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों, भ्रष्ट अधिकारियों और राजनीतिक संरक्षकों पर सी.बी.आई. या एस.आई.टी. के माध्यम से विशेष जांच कराई जाए और दोषियों पर हत्या (धारा 302) का मुकदमा दर्ज किया जाए। वहीं मृतका भूरिया बाई के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 1 करोड़ की राशि दी जाए, तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी या भूमि पट्टा दिया जाए। - सीताराम नाटानी