स्पिनरों की सहायक पिचों से पांच दिन तक खेलना भूल रहे खिलाड़ी नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर रहे हरभजन सिंह ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को अब बेहतर पिचें बनानी चाहिये। हरभजन ने कहा कि जिस प्रकार से आजकल स्पिनरों की सहायक पिचें बनायी जा रही हैं। उससे क्रिकेटर पांच दिन तक खेलना एक प्रकार से भूल ही गये हैं। ऐसी पिचों पर बल्लेबाजी करना कठिन होता जा रहा है जिससे मैच दो से तीन दिन में ही समाप्त हो रहे हैं। इसी कारण पिछले एक साल में ही भारतीय टीम अपनी ही धरती पर दो बार क्लीन स्वीप हुई है। वहीं पहले भारतीय टीम को घर में हराना बेहद कठिन होता था। हरभजन सिंह ने कहा कि ज्यादा स्पिन वाली विकेट होने के कारण अब खिलाड़ियों को दो से तीन दिन खेलने की आदत है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए बेहतर विकेटों को बनाने की जरुरत है। हरभजन ने कहा, हमें नहीं पता कि पांच दिन तक मैच कैसे खेलना है। हमें ऐसे विकेट पर कई मैच खेलने की आदत हो गई है जहां मैच दो-तीन दिन तक चलते हैं। आजकल, इसने विराट कोहली, चेतैश्वर पुजारा, आजिंक्य रहाणे जैसे हमारे बल्लेबाजों का औसत 50 से घटाकर 35-40 कर दिया है। हमारे पुराने महान खिलाड़ी इसलिए महान थे क्योंकि वे जानते थे कि टेस्ट मैच क्रिकेट के पांच दिन कैसे खेलना है। उन्होंने कहा कि वह अपने अतीत को भूलकर आगे बढ़े और अच्छे परिणामों की जगह पर बेहतर पिच बनाने को प्राथमिकता दे। भज्जी ने कहा, “इंडियन क्रिकेट की बेहतरी के लिए, मुझे लगता है कि उन्हें भूल जाना चाहिए कि पिछले 10 से 12 सालों में क्या हुआ है। भारतीय क्रिकेट की आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए बेहतर विकेटों पर खेलना होगा।” हरभजन ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में धैर्य की जरूरत होती है, उन्हें लगता है कि हाल के हालात की वजह से ये खूबियां कम हो गई हैं। उन्होंने आगे कहा, टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए जिस तरह के रवैये की जरूरत होती है, उसके लिए कोशिश, कड़ी मेहनत, अनुशासन अहम होता है, और मुझे लगता है कि कई सालों से इसकी कमी रही है। इसी कारण अब बल्लेबाज आक्रामक अंदाज अपना रहे हैं। गिरजा/ईएमएस 29 नवंबर 2025