01-Dec-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। सर्दियों के मौसम में आयुष विभाग ने अंकुरित अनाज को भोजन में शामिल करने की सलाह दी है। विभाग का कहना है कि अंकुरित अनाज न सिर्फ पाचन को दुरुस्त करते हैं, बल्कि शरीर को भीतर से पोषण देकर संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। अंकुरण की प्रक्रिया अनाज के पोषक तत्वों को कई गुना बढ़ा देती है। सामान्य मूंग या चना जब अंकुरित किया जाता है, तो उसमें प्रोटीन की मात्रा काफी बढ़ जाती है। इसके साथ ही विटामिन-सी, विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्व भी ज्यादा मात्रा में मिलने लगते हैं। सबसे खास बात यह है कि अंकुरण के दौरान प्राकृतिक एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं, जो भोजन को आसानी से पचाने में मदद करते हैं। यही वजह है कि अंकुरित अनाज पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। फाइबर से भरपूर होने के कारण अंकुरित अनाज कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याओं को दूर करते हैं और आंतों को साफ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। इनमें मौजूद एंजाइम शरीर को विटामिन और मिनरल्स आसानी से अवशोषित करने में मदद करते हैं। कम कैलोरी में भरपूर पोषण मिलने से वजन नियंत्रण में भी सहायता मिलती है और भूख अनावश्यक रूप से नहीं लगती। विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स संक्रमण से रक्षा करते हैं और इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। अंकुरित अनाज में मौजूद आयरन एनीमिया से राहत देता है और खून की कमी पूरी करने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से त्वचा निखरती है और बाल मजबूत होते हैं। बायोटिन और प्रोटीन बालों के झड़ने को रोकने में सहायक हैं और इनकी चमक बढ़ाते हैं। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने की वजह से अंकुरित अनाज डायबिटीज रोगियों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होते हैं। इन्हें बनाना बेहद आसान है। रात में मूंग, चना, काला चना या अन्य अनाज भिगोकर रखें। सुबह पानी निकालकर इन्हें गीले कपड़े में बांधकर 8 से 10 घंटे तक छोड़ दें। अगले दिन तैयार अंकुरित अनाज को नींबू, नमक, भुना जीरा या काला नमक मिलाकर चाट की तरह खाया जा सकता है। यह नाश्ते के लिए बेहतरीन विकल्प है और सर्दियों में सेहत का आसान और प्राकृतिक उपाय भी। ठंड के मौसम में पाचन तंत्र पर सबसे ज्यादा दबाव पड़ता है। तापमान गिरते ही पेट फूलना, कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि इस मौसम में खान-पान में थोड़े बदलाव से इन दिक्कतों से आसानी से बचा जा सकता है। सुदामा/ईएमएस 01 दिसंबर 2025