इस्लामाबाद(ईएमएस)। पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान में पिछले 24 घंटों में आतंकी गतिविधियों ने एक बार फिर खौफ पैदा कर दिया है। इस दौरान कम से कम सात बड़े विस्फोट हुए और नोकुंडी स्थित फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी) के हेडक्वार्टर पर आत्मघाती फिदायीन हमला हुआ। हमलावर ने मुख्य गेट पर खुद को बम से उड़ा लिया, जिसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच भयंकर गोलीबारी शुरू हो गई। एफसी बलूचिस्तान साउथ के अनुसार, विस्फोट के तुरंत बाद कम से कम छह हथियारबंद हमलावर परिसर में घुस आए। सुरक्षाबलों ने तत्काल जवाबी कार्रवाई शुरू की और अब तक तीन आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया है। एफसी के प्रवक्ता ने कहा, “हर कमरे की तलाशी ली जा रही है। जब तक आखिरी आतंकी को खत्म नहीं कर दिया जाता, ऑपरेशन जारी रहेगा। प्रशासन ने इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पर डाली है। इसी अवधि में बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा और डेरा मुराद जमाली भी निशाने पर रहे। क्वेटा में शनिवार को एक पुलिस चौकी पर हैंड ग्रेनेड फेंके गए। इसके कुछ देर बाद आतंकवाद-निरोधक विभाग (सीटीडी) की गाड़ी के पास शक्तिशाली विस्फोट हुआ। उसी दिन क्वेटा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर लगाए गए आईईडी में धमाका हुआ, जिससे पटरी क्षतिग्रस्त हो गई और क्वेटा आने-जाने वाली सभी ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी गईं। डेरा मुराद जमाली में गश्त कर रही पुलिस की गाड़ी पर भी ग्रेनेड से हमला किया गया। गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से बलूचिस्तान में आतंकी और अलगाववादी हमले तेज हो गए हैं। हाल ही में पेशावर में एफसी परिसर पर हुए फिदायीन हमले में तीन लोग मारे गए थे, जबकि क्वेटा में पैरामिलिट्री कैंप के बाहर कार बम विस्फोट ने पूरे इलाके को हिला दिया था। कई हमलों की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने भी ली है।बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा ने एक बार फिर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की चुनौतियों को उजागर कर दिया है। प्रांत में टीटीपी के साथ-साथ बलूच विद्रोही संगठनों की गतिविधियां लगातार सिरदर्द बनी हुई हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/01दिसंबर2025