राष्ट्रीय
01-Dec-2025


-कांग्रेस की सहयोगियों के साथ हुई बैठक में नहीं पहुंचे टीएमसी सांसद नई दिल्ली,(ईएमएस)। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक में दरार नजर आने लगी है। सोमवार सुबह जब कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के साथ बैठक बुलाकर साझा रणनीति तैयार करने की कोशिश की, तो टीएमसी सांसद बैठक में नहीं पहुंचे। इससे विपक्षी एकता पर सवाल खड़े हो गए। शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन परिसर स्थित कार्यालय में सोमवार सुबह इंडिया ब्लॉक फ्लोर लीडर्स की बैठक हुई, जिसमें राहुल गांधी भी मौजूद थे। सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव भी इस बैठक में पहुंचे, लेकिन टीएमसी की गैरहाज़िरी चर्चा का विषय बन गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी सूत्रों ने साफ कहा कि जब कांग्रेस पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी के खिलाफ लड़ने की तैयारी कर रही है, तो ‘दिल्ली में हर बार उनके साथ मंच साझा करने का क्या मतलब? यानी टीएमसी ने संकेत दे दिया है कि बंगाल की राजनीतिक लड़ाई उनकी राष्ट्रीय रणनीति को भी प्रभावित करेगी। इधर, कांग्रेस ने रविवार देर शाम अपनी संसदीय रणनीति समूह की बैठक कर यह तय किया था कि वह शीतकालीन सत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा, दिल्ली में हालिया ब्लास्ट, चुनावी रोल (एसआईआर) और वायु प्रदूषण जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरेगी। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, पी चिदंबरम समेत कई शीर्ष नेता मौजूद थे। संसद के इस शीतकालीन सत्र में सरकार 13 बड़े विधेयक पेश करने जा रही है, जिनमें सेंट्रल एक्साइज अमेंडमेंट बिल 2025 और हेल्थ सिक्योरिटी-नेशनल सिक्योरिटी सेस बिल 2025 सबसे अहम है। विपक्ष इन बिलों के अलावा एसआईआर, वायु प्रदूषण और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर हंगामा करने की तैयारी में है, लेकिन विपक्षी एकता की पहली परीक्षा में ही इंडिया ब्लॉक बिखरता नजर आया। टीएमसी का संकेत साफ है कि जहां उसके क्षेत्रीय हित प्रभावित होंगे, वहां वह ‘एकला चलो’ की नीति अपनाने से पीछे नहीं हटेगी। सिराज/ईएमएस 01दिसंबर25