01-Dec-2025
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-यह दावा होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने एक इंटरव्यू में किया वॉशिंगटन,(ईएमएस)। अमेरिका में नेशनल गार्ड के दो जवानों पर हुए हमले की जांच अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि आरोपी रहमनुल्लाह लकानवाल की कट्टरपंथी सोच अफगानिस्तान में नहीं, बल्कि अमेरिका आने के बाद विकसित हुई। यह दावा खुद होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने एक इंटरव्यू में किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 29 साल का लकानवाल पर आरोप है कि उसने व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड के दो सैनिकों पर फायरिंग की। इस हमले में 20 साल की सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई और 24 साल के एंड्र्यू वोल्फ गंभीर रूप से घायल हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना ने अमेरिका की राजनीति में बवाल खड़ा कर दिया। वहीं सवाल उठ रहा है कि क्या अब अमेरिका के अंदर ही अब बड़े खतरे पैदा हो रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक क्रिस्टी नोएम ने कहा कि शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि लकानवाल वॉशिंगटन स्टेट में रहने के दौरान कट्टरपंथी नेटवर्क के संपर्क में आया। उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि उसकी सोच अमेरिका आने के बाद बदल गई। हम उसके परिवार और समुदाय से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। लकानवाल 2021 में उस समय अमेरिका आया था, जब बाइडेन प्रशासन ने तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में अमेरिकी सहयोगियों को बड़े पैमाने पर निकाला था। हालांकि उसे अप्रैल में शरण ट्रंप प्रशासन ने मंजूर की थी। क्रिस्टी नोएम ने चेतावनी दी कि जो भी व्यक्ति हमले से संबंधित जानकारी छिपाएगा या सहयोग नहीं करेगा, उसके खिलाफ भी अमेरिकी प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। अमेरिका ने सभी असाइलम एप्लिकेशंस यानी शरण की प्रक्रिया रोक दी है। सरकार ने संकेत दिए हैं कि पेंडिंग असाइलम केस वाले लोगों को भी डिपोर्ट किया जा सकता है, अगर उन्हें खतरा माना गया। अमेरिका ने बाइडन प्रशासन में दिए गए सभी ग्रीनकार्ड की जांच शुरू कर दी है। सिराज/ईएमएस 01दिसंबर25