राष्ट्रीय
01-Dec-2025
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बीएमसी ने सभी निर्माण कार्यों और धूल वाली गतिविधियों पर लगाई रोक मुंबई,(ईएमएस)। देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या सालों से चली आ रही है, लेकिन मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता और चेन्नई जैसे अन्य महानगरों में कमोबेश राहत है। अब यह समस्या मुंबई में भी दिखाई देने लगी है। आर्थिक नगरी में प्रदूषण का लेवल बढ़ने और हवा खराब होने के चलते पाबंदियां लगा दी गई हैं। मुंबई में ग्रैप-4 की पाबंदियां लागू की गई हैं ताकि प्रदूषण को कंट्रोल किया जा सके। इस तरह मुंबई भी अब प्रदूषण मामले में दिल्ली की कतार में खड़ा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई के कई इलाकों की हवा खराब और अत्यंत खराब की श्रेणी में आ गई है। इन इलाकों में मडगांव, देवनार, मलाड, बोरिवली ईस्ट, चकाला-अंधेरी ईस्ट, नेवी नगर, पोवई और मुलुंड शामिल हैं। इसके चलते बीएमसी ने सभी निर्माण कार्यों और ऐसी गतिविधियों पर रोक लगा दी है, जिनसे धूल उड़ती है। इसके अलावा दर्जनों साइट्स की मॉनिटरिंग की जा रही है। करीब 50 निर्माण स्थलों को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का पालन ना होने पर उनके खिलाफ ऐक्शन लिया जा सकता है। यही नहीं बीएमसी ने हर वार्ड में फ्लाइंग स्क्वॉड की भी नियुक्ति की है ताकि धूल पर नियंत्रण किया जाए और प्रदूषण की निगरानी रख सकें। समुद्र किनारे होने और हवा की रफ्तार अमूमन दिल्ली जैसे शहरों के मुकाबले तेज होने के चलते मुंबई में प्रदूषण कम रहा है, लेकिन वहां भी समस्या बढ़ने से चिंताएं पैदा हुई हैं। इन पाबंदियों को लागू करने के बाद भी मुंबई का एक्यूआई 187 है, जो अनहेल्डी कैटिगरी में आता है। वहीं बेंगलुरु का एक्यूआई 118 है और कोलकाता में तो यह काफी ज्यादा बढ़कर 236 पर पहुंच गया है। बता दें दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले 10 शहरों में तीन शहर भारत के हैं। सिराज/ईएमएस 01दिसंबर25 -----------------------------------