नैनपुर (ईएमएस)। प्रदेश की मोहन सरकार ने 1 दिसंबर गीता जयंती को संपूर्ण मध्य प्रदेश में मनाने का निर्णय लिया, नैनपुर नगर में श्री राधा कृष्ण मंदिर में गीता जयंती पर भव्य आयोजन किया गया, गीता जयंती हर वर्ष मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन महाभारत के युद्धभूमि कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को भगवद् गीता का उपदेश दिया था। यही दिन गीता जन्म दिवस माना जाता है। जीवन के धर्म, कर्म और सत्य की शिक्षा का दिनभ्रमित मन को सही दिशा दिखाने का प्रतीक,अध्यात्म, कर्तव्य और समत्व भाव का उपदेश,श्रीमद् भगवद् गीता का पाठ ,भगवान कृष्ण की पूजा एवं ध्यान यज्ञ, सत्संग और गीता प्रवचनों का आयोजन दान-पुण्य एवं सेवा कार्यबच्चों को गीता के श्लोक सिखाना! > यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥ कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। गीता – जीवन का मार्गदर्शन,गीता केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने का विज्ञान है। यह हमें सिखाती है: कर्तव्य करते हुए फल की चिंता न करो मन को स्थिर रखो, धर्म के मार्ग पर निरंतर चलो गीता ज्ञान से जीवन में प्रकाश लाओ”आपको एवं आपके परिवार को गीता जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। ईएमएस / 01/012/2025