अंतर्राष्ट्रीय
02-Dec-2025
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-यूनुस सरकार ने खालिदा जिया की सुरक्षा का जिम्मा एसएसएफ का सौंपा ढाका,(ईएमएस)। बांग्लादेश में कल तक जो पूर्व पीएम जेल और पाबंदियों के साये में जी रही थीं, आज अंतरिम सरकार ने उन्हें देश का सबसे ‘खास’ नागरिक यानी वीवीआईपी घोषित कर दिया। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने सोमवार रात एक बड़ा और चौंकाने वाला फैसला लेते हुए पूर्व पीएम और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की चेयरपर्सन बेगम खालिदा जिया को वीवीआईपी का दर्जा दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह फैसला जितनी आनन-फानन में लिया गया, उसने कई सियासी अटकलों को जन्म दे दिया है। 79 साल की बीमार खालिदा जिया की सुरक्षा का जिम्मा ‘स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स’ के हाथों में होगा। वही एलीट फोर्स जो देश के राष्ट्रपति और पीएम की सुरक्षा करती है। अस्पताल में पड़ी खालिदा जिया को अचानक वीवीआईपी घोषित करने के पीछे यूनुस सरकार की मंशा क्या है? क्या यह सिर्फ एक प्रशासनिक फैसला है या इसके पीछे कोई गहरी राजनीतिक चाल है? जानकारी के मुताबिक सोमवार देर रात चीफ एडवाइजर के कार्यालय से एक अहम आदेश जारी हुआ। यह आदेश सीधे राष्ट्रपति के निर्देश पर जारी हुआ। आदेश के मुताबिक विशेष सुरक्षा बल का इस्तेमाल करते हुए बेगम खालिदा ज़िया को ‘अति महत्वपूर्ण व्यक्ति’ घोषित किया गया है। कानूनन, यह दर्जा मिलते ही वे एसएसएफ की सुरक्षा घेरे में आ गई हैं। गृह मंत्रालय द्वारा जारी राजपत्रित अधिसूचना में साफ कहा गया है कि विशेष सुरक्षा बल के तहत मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए मुख्य सलाहकार ने पूर्व पीएम बेगम खालिदा ज़िया को वीवीआईपी घोषित किया है। बता दें खालिदा जिया पिछले काफी समय से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं और फिलहाल ढाका के एवरकेयर अस्पताल में भर्ती हैं। अस्पताल के जिस कमरे में वे भर्ती हैं, अब वह एक किले में तब्दील हो जाएगा। बता दें अब तक खालिदा ज़िया की सुरक्षा सामान्य पुलिस या जेल अधिकारियों के जिम्मे थी, लेकिन अब उनके चारों तरफ एसएसएफ के कमांडो होंगे। अस्पताल में कौन उनसे मिलेगा, कौन नहीं, उनकी दवाइयां, उनका खाना—सब कुछ एसएसएफ की निगरानी में होगा। यूनुस सरकार ने इसी ‘लूपहोल’ या ‘शक्ति’ का इस्तेमाल कर खालिदा जिया को यह सम्मान दिया है। सिराज/ईएमएस 02दिसंबर25