राष्ट्रीय
03-Dec-2025


शिमला (ईएमएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व सहायक औषधि नियंत्रक निशांत सरीन और उनकी सहयोगी कोमल खन्ना के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दोनों की कुल 2.58 करोड़ रुपए की दो अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया। इनमें हरियाणा के पंचकूला में एक लग्जरी फ्लैट और शिमला में एक घर शामिल है। निशांत सरीन पर आरोप है कि उन्होंने नाहन, बद्दी और सोलन में ड्रग इंस्पेक्टर व असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर के पद पर रहते हुए दवा कंपनियों से लाखों रुपए की रिश्वत ली। वे फार्मा कंपनियों को धमकाते थे और कहते थे कि अगर पैसा नहीं दिया तो उनकी फैक्ट्री सील कर देंगे या लाइसेंस रद्द कर देंगे। इसी डर से कई कंपनियों को कोमल खन्ना की दो फर्मों जेनिया फार्मास्यूटिकल्स और निया फार्मा के साथ घाटे का सौदा करने को मजबूर होना पड़ा। ईडी की जांच में पता चला कि रिश्वत के इन पैसों को कोमल खन्ना और निशांत सरीन के परिवार वालों के नाम पर फ्लैट, घर, बैंक में एफडी और गहनों-गाड़ियों में लगाया गया। सुबोध/०३-११-२०२५