नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा है कि वह दिल्ली की ओर से आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने को तैयार है। माना जा रहा है कि विराट ने ये फैसला भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के दबाव में लिया है। इसका कारण है कि बोर्ड पहले एकदिवसीय के बाद उनके दिये बयान से नाराज था जिसको देखते हुए विराट को 15 साल के बाद इस घरेलू टूर्नामेंट में खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा है।वहीं पहले वह इसमें खेलने को तैयार नहीं थे। वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई विराट के सार्वजनिक रुप से दिखे उस बयान से नाराज थी। उसके बाद ही उन्होंने घरेलू क्रिकेट खेलने का फैसला किया।विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली की टीम अपना पहला मुकाबला 24 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के खिलाफ खेलेगी। कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले ही एकदिवसीय में 135 रनों की मैच विेजेता पारी खेलने के बाद कहा था कि मैं कभी भी बहुत ज्यादा तैयारी में भरोसा नहीं करता। मेरा पूरा क्रिकेट मानसिक है। जब तक मैं मानसिक रूप से मजबूत महसूस करता हूं तो मैं खेल सकता हूं। उन्होंने कहा, ‘मैंने 300 एकदिवसीय मैच खेल खेले हैं और 15-16 साल में काफी अधिक क्रिकेट खेला है। इसको देखते हुए मेरा मानना है कि अगर आप नेट में बिना कोई ब्रेक लिए डेढ़, दो घंटे खेल सकते हैं तब आप हर जरूरत को पूरी कर रहे हैं।’कोहली के इसी बयान से बीसीसीआई भड़की हुई थी। उसने इससे पहले इन दोनो को घरेलू क्रिकेट खेलने की सलाह दी थी ताकि ये दोनो भारत की ओर से एकदिवसीय प्रारुप खेलने के लिए तैयार रहें। वहीं रोहित ने पहले ही कहा दिया था कि वह मुंबई की ओर से विजय हजारे ट्रॉफी खेलने के लिए लिए तैयार हैं। गिरजा/ईएमएस 04 दिसंबर 2025