व्यापार
04-Dec-2025


- जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 8.2 फीसदी रही नई दिल्ली (ईएमएस)। साख रेटिंग एजेंसी फिच ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि अनुमान 6.9 फीसदी से बढ़ाकर 7.4 फीसदी कर दिया है। एजेंसी ने वृद्धि का मुख्य कारण उपभोक्ता खर्च में तेजी, जीएसटी सुधार और बेहतर उपभोक्ता धारणा बताया। जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 8.2 फीसदी रही, जो अप्रैल-जून तिमाही के 7.8 फीसदी से अधिक है। वित्त वर्ष की वृद्धि का सबसे बड़ा योगदान निजी उपभोक्ता खर्च से है। मजबूत वास्तविक आय, सुधारित उपभोक्ता धारणा और हाल ही में लागू किए गए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों से खर्च बढ़ा है। लगभग 375 वस्तुओं पर जीएसटी दरें घटाई गईं, जिससे 99 प्रतिशत से अधिक उपभोग की वस्तुएं सस्ती हुई हैं। नई दरें 22 सितंबर से प्रभावी हुई हैं। अक्टूबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति केवल 0.3 फीसदी दर्ज की गई, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है। फिच ने कहा कि घटती मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को दिसंबर में मुख्य नीतिगत दर 5.25 फीसदी तक घटाने की संभावना देती है। आरबीआई ने इस साल अब तक रेपो दर में एक फीसदी कटौती की है। फिच का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026-27 में जीडीपी वृद्धि 6.4 फीसदी तक धीमी होगी। वित्तीय स्थिति में सुधार के साथ अगले वर्ष की दूसरी छमाही में निजी निवेश में तेजी आने की उम्मीद है। एजेंसी का मानना है कि नीतिगत दर अगले दो साल तक 5.25 फीसदी पर स्थिर रहेगी। सतीश मोरे/04‎दिसंबर ---