-शिखर सम्मेलन में कच्चे तेल की खरीद पर लगे प्रतिबंधों को लेकर हो सकती है चर्चा मास्को,(ईएमएस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की भारत यात्रा से पहले रूसी मंत्रिमंडल ने असैन्य परमाणु ऊर्जा में भारत के साथ द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी है। इससे भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव गुरुवार को नई दिल्ली में सैन्य और सैन्य तकनीकी सहयोग पर 22वीं इंडिया-रूस अंतर-सरकारी आयोग की मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लेंगे। दोनों नेता रक्षा संबंधों की समीक्षा करेंगे और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा भी करेंगे। भारतीय मीडिया के साथ बातचीत में क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि रोसाटॉम के सीईओ अलैक्सी लिगाचेव नई दिल्ली में शिखर वार्ता में पेश करने के लिए छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों के निर्माण में सहयोग सहित कई प्रस्ताव लेकर आएंगे। राष्ट्रपति पुतिन गुरुवार शाम भारत पहुंच रहे हैं। राष्ट्रपति पुतिन पीएम मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। इसके अलावा वह शुक्रवार को रशिया टुडे के आरटी इंडिया समाचार चैनल के प्रसारण का उद्घाटन करेंगे। आरटी इंडिया नोएडा के फिल्म सिटी में अपने अत्याधुनिक मीडिया स्टूडियो से टेलीविजन प्रसारण शुरू करेगा। यह चैनल भारत और दक्षिण एशिया से भू-राजनीतिक समाचार और विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित करेगा। रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन शुक्रवार को राजघाट जाएंगे और राष्ट्रपति भवन में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर लेंगे। उसी दिन हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ बैठक होगी और फिर दोनों देशों के व्यवसायियों से बैठक के लिए भारत मंडपम जाएंगे। उसके बाद राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति मुर्मू उनके सम्मान में भोज देंगी। मोदी-पुतिन वार्ता के बाद दोनों पक्ष कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। इनमें भारतीय श्रमिकों की रूस में आवाजाही को सुगम बनाना और रक्षा सहयोग के व्यापक ढांचे के तहत रसद सहायता पर समझौता भी शामिल है। शिखर सम्मेलन से पहले दोनों देशों के रक्षा मंत्री गुरुवार को व्यापक वार्ता करेंगे, जिसमें भारत की एस-400 मिसाइल प्रणालियों के अतिरिक्त बैच और रूस से अन्य अहम सैन्य हार्डवेयर खरीदने की योजना पर ध्यान केंद्रित करने की संभावना है। व्यापार के मोर्चे पर सहयोग मजबूत होने के साथ फार्मा, कृषि, खाद्य उत्पादों और उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्रों में रूस को भारतीय निर्यात में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है। शिखर सम्मेलन में रूसी कच्चे तेल की भारत की खरीद पर अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभाव पर चर्चा होने की भी संभावना है। क्रेमलिन के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा था कि पश्चिमी प्रतिबंधों के मद्देनजर रूसी कच्चे तेल की भारत की खरीद में कुछ समय के लिए गिरावट आ सकती है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि रूस आपूर्ति बढ़ाने के लिए कदम उठा रहा है। रूसी नेता शुक्रवार रात भारत से रवाना हो सकते हैं। सिराज/ईएमएस 04दिसंबर25