राष्ट्रीय
04-Dec-2025
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संसद में सरकार ने बताया, मामले में जांच जारी चेन्नई,(ईएमएस)। श्रीसन फार्मास्युटिकल्स कंपनी और उसके मालिक जी. रंगनाथन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई जारी है। दरअसल चेन्नई स्थित श्रीसन फार्मास्युटिकल्स कंपनी द्वारा निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप के इस्तेमाल से मध्य प्रदेश में कथित तौर पर 26 बच्चों की मौत हो गई थी (इनमें ज़्यादातर पाँच साल से कम उम्र के थे। बच्चों की मौत का कारण कथित तौर पर किडनी फेल होना था। ईडी की जांच में सामने आया हैं कि कंपनी ने दवा बनाने के लिए फार्मा-ग्रेड (दवा बनाने के स्तर की गुणवत्ता) के बजाय इंडस्ट्रियल-ग्रेड रॉ मटेरियल का इस्तेमाल किया, जिसकी क्वालिटी चेक नहीं हुई थी। ईडी का आरोप है कि कंपनी ने निर्माण लागत को कम करने और मुनाफा बढ़ाने के लिए अनुचित व्यापार प्रथाओं का सहारा लिया। यह सामग्री बिना बिल के नकद में खरीदी जा रही थी। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े चेन्नई में दो फ्लैट (कोडम्बक्कम में स्थित) कुर्क (अटैच) किए हैं। इन संपत्तियों की कीमत लगभग 2.04 करोड़ रुपये है। ईडी ने जांच में दावा किया कि तमिलनाडु ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट के अधिकारी रंगनाथन के साथ लगातार संपर्क में थे। इसके बावजूद, फर्म का ज़रूरी सालाना इंस्पेक्शन नहीं किया गया। बात दें कि जी. रंगनाथन को मध्य प्रदेश पुलिस ने अक्टूबर में गिरफ्तार किया था। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने संसद में बताया कि मध्य प्रदेश में खराब सिरप से बच्चों की मौत के बाद 700 से ज़्यादा कफ सिरप बनाने वाली कंपनियों की कड़ी जांच हो रही है। यह कार्रवाई स्पष्ट रूप से दवा निर्माण में सुरक्षा मानकों के उल्लंघन, अवैध व्यापार प्रथाओं, और नियामक अधिकारियों की संभावित मिलीभगत को उजागर करती है। आशीष दुबे / 04 दिसंबर 2025